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विज्ञान भारती व पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में गत दिनों जालंधर (पंजाब) स्थित लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में विज्ञान मेले के अंतर्गत लगाई गईं प्रदर्शनियों में स्वदेशी प्रतिभा की झलक देखने को मिली। इन प्रतिभाओं में महाराष्ट्र के अकोला जिले के साधारण किसान श्री पह्लाद नत्थू नेमाडे द्वारा तैयार वह मशीन आकर्षण का केंद्र रही जिससे कम कीमत पर कपास को कातकर उसका कपड़ा बनाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त संस्कृत भारती द्वारा विज्ञान में भारत की देन, मध्य प्रदेश की विज्ञान प्रबोधिनी के स्टाल पर बच्चों द्वारा तैयार नाव, प्लास्टिक की बेकार बोतलों से बनी फ्लड लाइट्स, खेती विरासत मिशन (पंजाब) द्वारा लगाई गईं प्रदर्शनियों को भी काफी पसंद किया गया।
महाराष्ट्र के अकोला जिले के साधारण किसान श्री पह्लाद नत्थू नेमाडे ने गांव में मौजूद औजारों से एक ऐसी कताई मशीन तैयार की है जो 0.25 अश्व शक्ति (हार्स पावर) से चलती है। मात्र 20 गुणा 30 फीट की जगह पर ही लग जाने वाली कुटीर उद्योग से कपास उत्पादक अपने यहां कपास से बिनौले (कॉटन सीड) की छंटाई, पट्टी (लैप) बनाने, पूनी बनाने से लेकर 50,60,70 काऊंट का धागा तैयार कर सकते हैं। इसी धागे से कपड़ा भी तैयार किया जाता है।
विज्ञान प्रबोधिनी के स्टाल पर दिखाया गया कि मध्य प्रदेश के 5वीं से लेकर 9 वीं कक्षा के विद्यार्थियों ने प्लास्टिक की बेकार बोतलों को कॉपर व एल्यूमिनियम के तारों से जोड़कर उनके मुंह को बंद करके बीच में हल्की लकड़ी का फट्टा लगाकर नाव तैयार की है। इसका लाभ यह है कि नाममात्र की कीमत पर कुछ घंटों में ही इस नाव को तैयार कर नदी में उतारा जा सकता है।
इसके अतिरिक्त पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, पंजाब एनर्जी डेवलपमेंट अथॉरिटी, वन विभाग, कृषि विभाग, सहकारी सभा (मार्कफेड), भारतीय सेना, वायु सेना, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र, भारतीय शस्त्र अनुसंधान व विकास संगठन (डी.आर.डी.ओ.) की ओर से भी मेले में प्रदर्शनी लगाई गईं।
विज्ञान मेले के दूसरे दिन के समारोह का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री के सलाहकार श्री टी.ए.के.नायर ने विद्यार्थियों को विज्ञान विषयों को अपनाने का आग्रह किया। मेले में रा.स्व.संघ के सह-सरकार्यवाह श्री सुरेश सोनी भी उपस्थित रहे।राकेश सैन
भारतीय मजदूर संघ द्वारा नई दिल्ली में राष्ट्रीय सम्मेलन
पेंशन, इंश्योरेंस व रिटेल में एफ.डी.आई. आने से बढ़ेगा राजनीतिक भ्रष्टाचार
–सी.के. सजीनारायण, राष्ट्रीय अध्यक्ष, भारतीय मजदूर संघ
'भारत सरकार द्वारा पेंशन, खुदरा व्यापार व अन्य क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति देने व बीमा क्षेत्र में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने से देश में राजनीतिक भ्रष्टाचार बढ़ेगा'। उक्त विचार भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सी.के. सजीनारायण ने गत 12 अक्तूबर को नई दिल्ली में खुदरा व्यापार, बीमा, पेंशन व अन्य क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
श्री सजीनारायण ने कहा कि वर्तमान में सरकारी तंत्र को निजी क्षेत्र के साथ जो सम्बन्ध बनाने में परेशानी आती है वह पी.पी.पी. की नीति सरकार द्वारा घोषित करने के बाद समाप्त हो जायेगी। उन्होंने कहा कि पी.पी.पी. के माध्यम से सरकार, कारपोरेट सेक्टर व बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के बीच में गठजोड़ हो गया है। उन्होंने कहा कि अधिकांश बहुराष्ट्रीय कम्पनियां जो भारत के अनेक क्षेत्रों में आना चाहती हैं उनका पिछला इतिहास अच्छा नहीं है। वालमार्ट का आय-व्यय का लेखा बताता है कि उसने भारत में आने के लिए 65 करोड़ रुपए केवल लॉबिंग पर खर्च किए हैं। श्री सजीनारायण ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ सभी मजदूरों तथा आम जनता का आह्वान करता है कि वे एकजुट होकर सरकार, विदेशी कम्पनियों व कॉरपोरेट के अपवित्र गठबंधन के विरुद्ध आंदोलन करें ताकि देश व मजदूरों की रक्षा हो सके।भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री श्री वैजनाथ राय ने आगामी आन्दोलन की भूमिका रखते हुए कहा कि देशभर में खुदरा, बीमा और पेंशन क्षेत्र में विदेशी निवेश के विरोध में जन आन्दोलन छेड़ा जायेगा। स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय प्रवक्ता डा. अश्विनी महाजन ने भी सम्मेलन को संबोधित किया। सम्मेलन में एन.ओ.बी.डब्ल्यू., एन.ओ.बी.ओ. (बैंकिंग), एन.ओ.आई.डब्ल्यू. एन.ओ.आई.एन.ओ. (इन्श्योरेन्स), बी.आर.एम.एस. (रेलवे), स्वायत्तशासी कर्मचारी महासंघ, खदान मजदूर महासंघ (कोयला), पब्लिक सेक्टर एम्पलाइज फैडरेशन, एवं राष्ट्रीय राज्य कर्मचारी महासंघ के प्रतिनिधयों ने भाग लिया।प्रतिनिधि
देश को विदेशी शक्तियों के हवाले कर रही है संप्रग सरकार
–डा. सुरेन्द्र जैन, केन्द्रीय मंत्री, विहिप
'वर्तमान केन्द्र सरकार अपने निजी स्वार्थों के कारण भारत में 1947 से पूर्व की स्थिति निर्माण कर देश में एक अभूतपूर्व संकट निर्माण कर रही है'। उक्त विचार विश्व हिन्दू परिषद् के केन्द्रीय मंत्री डा. सुरेन्द्र जैन ने गत दिनों हिसार (हरियाणा) में पत्रकारों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
डा. जैन ने कहा कि अब यह सरकार देश को पूर्ण रूप से विदेशी शक्तियों के हवाले कर रही है। उन्होंने कहा कि खुदरा व्यापार के क्षेत्र में यह अपने देश का व्यवसाय विदेशियों के हाथ में सौंपकर पहले ही देश में बेरोजगारी फैलाने का षडयंत्र कर चुकी थी, अब पेंशन और बीमा जैसे जनकल्याणकारी क्षेत्रों में भी भारत की जनता के खून-पसीने की कमाई के पैसे को विदेशियों के हाथों में सौंपकर देश को विनाश की ओर ले जाना चाहती है। प्रतिनिधि
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