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'डा. सर्वपल्ली राधाकृष्ण्णन का जन्मदिन केवल शिक्षक दिवस मनाकर इतिश्री न समझें। आज के भौतिक जगत में उत्पन्न हो रहे संभ्रम में डा. सर्वपल्ली राधाकृष्ण्णन के विचार चिंतन में वर्णित हिन्दू जीवन दर्शन और आध्यात्मिक राज्य की अवधारणाओं का अन्वेषण हो। वे हिन्दुत्व के निष्काम संन्यास से बहुत प्रभावित थे तथा उन्होंने विश्व के समक्ष भारत के आध्यात्मिक आदर्शों और आकांक्षाओं का ओजस्वी शब्दों में वर्णन किया'। उक्त उद्गार संसद सदस्य एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता डा. मुरली मनोहर जोशी ने विगत दिनों वाराणसी (उ.प्र.) में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। कार्यक्रम में कुल 35 शिक्षकों को डा. जोशी ने अंगवस्त्र एवं स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया। प्रतिनिधि
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