जाना हिंसा पीड़ितों का दर्द
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वनवासी कल्याण आश्रम के दल ने किया कोकराझार का दौरा
विगत दिनों वनवासी कल्याण आश्रम का एक दल असम के हिंसा प्रभावित जिले कोकराझार के दौरे पर गया। दल में वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री कृपा प्रसाद सिंह, श्री जलेश्वर ब्रह्म, कल्याण आश्रम असम के अध्यक्ष श्री नजेन्द्र नुनीसा, जनजाति धर्म संस्कृति सुरक्षा मंच के अध्यक्ष श्री बी.बी. जमतिया, संगठन मंत्री श्री जगदंबा मल्ल सहित वनवासी कल्याण आश्रम के कई दायित्वयुक्त कार्यकर्ता शामिल थे।
26 अगस्त को दल खकरीखोला कैम्प पहुंचा। यहां के गांव पर मुसलमानों ने हमला करके जमीन पर कब्जा कर लिया है। खुमगुरी एल.पी.एस. कैम्प में गारो ईसाइयों ने कार्यकर्ताओं को बताया कि लगातार आ रही मुसलमानों की धमकियों और अत्याचार के चलते उन्होंने अपना गांव मलसिंहपरा 25 अगस्त को पूरी तरह से छोड़ दिया। सुखंजरा कैम्प में शरणार्थियों ने बताया कि शहीबेदी गांव पर मुसलमानों की भीड़ ने सुनियोजित ढंग से हमला किया। गांव वालों ने जब इसकी शिकायत नजदीक के पुलिस थाने में करानी चाही तो वहां मौजूद मुस्लिम पुलिस अधिकारी ने शिकायत दर्ज करने से मना कर दिया। इसी दिन कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री कृपा प्रसाद सिंह ने प्रैस वार्ता को संबोधित किया। साथ ही सद्भावना सम्मेलन में एकजुटता का संदेश दिया। 27 अगस्त को सुबह कार्यकर्ताओं का दल 10 अगस्त को मुसलमानों द्वारा चलती ट्रेन से फेंककर मौत के घाट उतर दिए गए स्व. संजय राय के घर पहुंचा। यहां कार्यकर्ताओं ने स्व. राय के परिवार को सांत्वना दी। इसके बाद दल गमबरीबिल कैम्प पहुंचा। यहां 2229 शरणार्थी मौजूद थे। दल ने पाया कि कैम्प में स्थान के मुकाबले लोग अधिक हैं। साथ ही मूलभूत सुविधाओं का भी घोर अभाव है। यहां महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। इसके बाद दल राजबंशी समुदाय के कैम्प पहुंचा, यहां कार्यकर्ताओं ने पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की। कार्यकर्ताओं का दल अमीनकता गांव भी पहुंचा, जहां के जले हुए घर बर्बरता की गवाही दे रहे थे। गोसगांव पहुंचकर कार्यकर्ताओं ने वहां के लोगों से बातचीत करके उनकी मनोदशा जानी।
28 अगस्त को कार्यकर्ताओं ने सहायक आयुक्त श्री जयंत नरालीकर से मिलकर अपने विचार व्यक्त किए। 29 अगस्त की सुबह श्री बी.बी. जमतिया, श्री जलेश्वर ब्रह्म और श्री नजेन्द्र नुनीसा ने गुवाहाटी के प्रैस क्लब में जनजति धर्म संस्कृति सुरक्षा मंच द्वारा आयोजित प्रैस वार्ता को संबोधित किया। शाम के समय असम के मुख्य सचिव श्री एन.के. दास ने वनवासी कल्याण आश्रम के कार्यकर्ताओं को बातचीत के लिए बुलाया। बातचीत में कार्यकर्ताओं ने गांव वालों की भावनाएं और अपने विचार श्री दास के समक्ष रखे। मुख्य सचिव ने भी कार्यकर्ताओं को स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से अवगत कराया। 30 अगस्त को कार्यकर्ता असम के राज्यपाल श्री जे.बी. पटनायक से मिले। कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को असम की स्थिति और पीड़ित लोगों की स्थिति के बारे में बताया। कुल मिलाकर वनवासी कल्याण आश्रम के कार्यकर्ताओं का यह दौरा असम के हिंसा पीड़ितों का दर्द और उनकी स्थिति जानने में कारगर सिद्ध हुआ। प्रतिनिधि
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