समाज को संगठित करने का कार्य कर रहा है संघ
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रायपुर में सामाजिक समरसता सम्मेलन
–कुप्.सी.सुदर्शन, निवर्तमान सरसंघचालक, रा.स्व.संघ
'जाति, पंथ, भाषा यह सब समाज को आपस में जोड़ने वाले तत्व हैं, लेकिन दुर्भाग्य से वर्तमान में राजनीति ने इसे समाज के विघटन का आधार बनाया है। 'फूट डालो और राज करो' की राजनीति आज भी जारी है। देश में हिन्दू समाज को विघटित करने का षड्यंत्र चल रहा है। लेकिन रा.स्व.संघ समाज को संगठित करने का कार्य कर रहा है'। उक्त उद्गार रा.स्व.संघ के निवर्तमान सरसंघचालक श्री कुप्.सी.सुदर्शन ने गत दिनों रायपुर में सम्पन्न हुए सामाजिक समरसता सम्मेलन को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
श्री सुदर्शन ने कहा कि हिन्दू वही है जो भारत को अपनी माता मानता है। रा.स्व.संघ के स्वयंसेवक स्वप्रेरणा से समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सम्पूर्ण कुशलता से कार्यरत हैं। आजादी के पूर्व की स्थिति का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज को विघटित करने का षड्यंत्र कर मुस्लिम समाज को बढ़ावा दिया गया। साम्प्रदायिक दंगों में हमेशा हिन्दुओं को बदनाम किया गया। समाज संगठित नहीं था और हिन्दू अपने को अकेला समझता था। इन्हीं घटनाओं के आधार पर हिन्दू समाज को संगठित करने के लिए 1925 में डा. हेडगेवार ने रा.स्व.संघ की स्थापना की। आज दुनिया में जहां भी हिन्दू हैं वहां संघ की शाखाएं हैं। विश्व के 34 देशों में संघ की शाखाएं चल रही हैं।
श्री सुदर्शन ने कहा कि भारत दुनिया का प्राचीनतम देश है और हमारा इतिहास बहुत पुराना है। हमारे देश की संस्कृति एक है। यहां विविधताओं में एकता है। उन्होंने कहा कि धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष में धर्म की गलत व्याख्या की जा रही है। धर्म का अर्थ 'रिलीजन' नहीं, बल्कि व्यक्ति के लिए बाधा रहित समाज को सामंजस्यपूर्ण बनाने की व्यवस्था को धर्म कहते हैं। प्रत्येक व्यक्ति आध्यात्मिक विकास कर मोक्ष प्राप्त कर सकता है। व्यक्ति और समाज के बीच संबंध अच्छे हों इसके लिए व्यक्ति का निर्माण और व्यक्ति का अच्छा होना जरूरी है।
सम्मेलन में मुख्य रूप से गायत्री परिवार के श्री श्याम बैस, सिंधी समाज के प्रमुख संत श्री युद्धिष्ठिर लाल, सिख समाज के प्रीतम सिंह खालसा सहित लगभग 200 गण्यमान्य नागरिक उपस्थित थे। सम्मेलन का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। रा.स्व.संघ, छत्तीसगढ़ के सह प्रांत संघचालक डा. पूर्णेन्दु सक्सेना ने सामाजिक समरसता सम्मेलन के आयोजन पर प्रकाश डाला। वंदेमातरम् गान के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ। हेमंत उपासने
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