नौनिहालों को संवारता 'नेले'
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

नौनिहालों को संवारता 'नेले'

by
Jul 30, 2012, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

नौनिहालों को संवारता 'नेले'

दिंनाक: 30 Jul 2012 14:53:49

'नेले' शब्द का कन्नड़ भाषा में अर्थ होता है 'आश्रय'। इसलिए बेंगलुरु में निराश्रित बच्चों को आश्रय देने वाले प्रकल्प का नाम ही हिंदू सेवा प्रतिष्ठान ने 'नेले' रखा है। प्रतिष्ठान मानता है कि निराश्रित बच्चों को आश्रय और शिक्षा देकर संस्कारित नागरिक बनाना समाज का उत्तरदायित्व है। ऐसे निराश्रित बच्चे महानगरों में कचरा बीनते घूमते रहते हैं; या कई छोटे-मोटे काम करते हैं। इनमें से अनेक बच्चों के अपने परिवार होते हैं, लेकिन आर्थिक विपन्नता के कारण ये परिवार बच्चों को ठीक खाना भी नहीं दे पाते हैं। इस स्थिति में उनके परिवारों द्वारा, उनकी शिक्षा और पालन-पोषण की आशा ही नहीं की जा सकती। पेट भरने का रास्ता खोजते-खोजते कई बच्चे अपराध जगत् में कदम रख देते हैं। इन बच्चों को संवरने का अवसर मिलना चाहिए, इस हेतु से पुलिस या सामाजिक कार्यकर्ता, ऐसे पकड़े गए बच्चों को 'नेले' में ला छोड़ते हैं। 

हिंदू सेवा प्रतिष्ठान ने यह प्रकल्प वर्ष 2000 में आरंभ किया। आज कर्नाटक राज्य में इसके 10 केन्द्र चल रहे हैं; और इन केन्द्रों ने 260 से अधिक लड़के-लड़कियों को आश्रय दिया है। इन बच्चों को विद्यालयीन शिक्षा के साथ सांस्कृतिक मूल्य, सामाजिक जागृति, क्रीड़ा, संगीत, संस्कृत और योग भी सिखाया जाता है।

कुछ बच्चे शिक्षा में विशेष रुचि नहीं रखते। ऐसे बच्चों में शिक्षा के प्रति लगाव निर्माण करने के हर संभव प्रयास किए जाते हैं। लेकिन जो बच्चे पढ़ना ही नहीं चाहते, उन्हें व्यावसायिक प्रशिक्षण देकर रोजगार दिलाने के प्रयास भी किए जाते हैं।

रक्षा-बंधन, मकर संक्राति, कृष्ण जन्माष्टमी आदि त्योहार 'नेले' में उत्साह से मनाए जाते हैं। 'मक्काला मंतपा' उत्सव में बच्चों के लिए क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। मैसूर के विख्यात दशहरा उत्सव में 'नेले' के बच्चों का कार्यक्रम भी शामिल रहता है। यहां के बच्चों ने जिला स्तर पर आयोजित संगीत, चित्रकला, मैदानी खेल, कबड्डी, खो-खो आदि स्पर्धाओं में कई पुरस्कार प्राप्त किए हैं। (न्यूज भारती)

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वालों 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

­जमालुद्दीन ऊर्फ मौलाना छांगुर जैसी ‘जिहादी’ मानसिकता राष्ट्र के लिए खतरनाक

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वालों 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

­जमालुद्दीन ऊर्फ मौलाना छांगुर जैसी ‘जिहादी’ मानसिकता राष्ट्र के लिए खतरनाक

“एक आंदोलन जो छात्र नहीं, राष्ट्र निर्माण करता है”

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्याओं का समाधान’

दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies