विविध
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नई दिल्ली में 'द्वितीय नानाजी स्मृति व्याख्यान'
–प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा, सह संयोजक, स्वदेशी जागरण मंच
राष्ट्रऋषि स्वर्गीय नानाजी देशमुख की स्मृति में गत दिनों नई दिल्ली स्थित दीनदयाल शोध संस्थान में 'द्वितीय नानाजी स्मृति व्याख्यान' का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्वदेशी जागरण मंच के सह-संयोजक प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे, जबकि उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद श्री भगत सिंह कोश्यारी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा ने कहा कि नानाजी के कार्य सहज विकास की ओर प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ समाज एक सजीव तन्त्र की तरह होता है जो स्वयं अपने विकास का मार्ग तय करने में समर्थ होता है और ऐसा करता भी है। जो समाज जागृत और सचेत होता सरकार उसकी कभी अवहेलना नहीं कर सकती। प्रो. शर्मा ने कहा कि सरकार विकास को अपना एकाधिकार न समझे। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण ही आज दुनिया का सबसे ज्यादा कालाधन विदेशों में भारतीयों के नाम से जमा है। श्री भगत सिंह कोश्यारी ने अपने अध्यक्षीय उदबोधन में स्व. नानाजी देशमुख के ग्राम स्वावलंबन के कार्यों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर रा.स्व.संघ के अ.भा. सह सम्पर्क प्रमुख श्री राममाधव, हिन्दू जागरण के अ.भा. सह संयोजक श्री अशोक प्रभाकर सहित बड़ी संख्या में राजधानी के प्रबुद्ध गण्यमान्य नागरिक उपस्थित थे। प्रतिनिधि
विहिप ने किया मुस्लिम आरक्षण
रद्द किए जाने का स्वागत
विश्व हिन्दू परिषद ने आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा हाल ही में मुस्लिम आरक्षण रद्द करने के फैसले का स्वागत किया है। विहिप द्वारा जारी विज्ञप्ति में परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष डा. प्रवीणभाई तोगड़िया ने कहा है कि आन्ध्र प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा लगातार चौथी बार मुस्लिम आरक्षण रद्द किया गया है। आन्ध्र प्रदेश सरकार के सर्वोच्च न्यायालय में जाने के बाद सर्वोच्च न्यायालय ने आन्ध्र प्रदेश उच्च न्यायालय को मुकादमा वापस भेज दिया था। आन्ध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने अन्य पिछड़ा वर्ग के कोटे से दिया हुआ मुस्लिम आरक्षण रद्द कर दिया है। डा. तोगड़िया ने कहा कि उच्च न्यायालय ने निर्णय देते हुए आन्ध्र प्रदेश सरकार एवं केन्द्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए प्रश्न खड़ा किया कि सभी मुस्लिम कैसे पिछड़े हो सकते हैं? मजहब के आधार पर आरक्षण भारत के संविधान का उल्लंघन है, यह भी न्यायालय ने स्पष्ट कर दिया है।
डा. तोगड़िया ने कहा कि केन्द्र सरकार को तुरन्त मुस्लिमों को दिया गया 4.5 प्रतिशत आरक्षण वापस लेकर असंवैधानिक कार्य के लिए देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। वरना विहिप अदालत एवं जनता की अदालत (जन आन्दोलन) के द्वारा केन्द्र सरकार के द्वारा अन्य पिछड़ा वर्ग का आरक्षण छीनकर मुसलमानों को दिये जाने के विरुद्ध देशव्यापी आंदोलन चलाएगी। प्रतिनिधि
द.बंग का संघ शिक्षा वर्ग सम्पन्न
गत 26 मई को रा.स्व.संघ के दक्षिणबंग प्रांत का संघ शिक्षा वर्ग (प्रथम वर्ष) तांतिवेरिया में सम्पन्न हो गया। इस अवसर पर आयोजित समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दक्षिणबंग प्रांत के संघचालक श्री अतुल कुमार विश्वास ने कहा कि रा.स्व.संघ देशभक्त, चरित्रवान, स्वाभिमानी एवं सुसंगठित हिन्दू समाज के द्वारा भारत को विश्व में सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र बनाने के लिए पिछले अनेक वर्षों से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि राजनीति करने वाले निहित स्वार्थ के कारण संघ को बदनाम करते रहते हैं, लेकिन जो लोग संघ को नजदीक से देखते हैं वे संघ के प्रशंसक बनते हैं।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री दीपक कुमार चक्रवर्ती ने अपने उद्बोधन में कहा कि हर स्वयंसेवक भारत का सच्चा सैनिक है। संघ 'मैन मेकिंग आर्गनाइजेशन' है। इस अवसर पर स्वयंसेवकों ने विभिन्न प्रकार के शारीरिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन भी किया। कार्यक्रम के मंच पर संघ के अ.भा. सह सेवा प्रमुख श्री अजीत प्रसाद महापात्र, पूर्व क्षेत्र के संघचालक श्री रणेन्द्रलाल बंद्योपाध्याय, वर्ग के वर्गाधिकारी श्री गुरुदास बंद्योपाध्याय भी आसीन थे। वर्ग में कुल 193 शिक्षार्थियों ने भाग लिया तथा शारीरिक और बौद्धिक प्रशिक्षण प्राप्त किया। बासुदेब पाल
जयपुर में 'रामसेतु की पुकार' पर व्याख्यान
पर्यावरण की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है रामसेतु
–भूपेन्द्र यादव, राज्यसभा सांसद
गत 29 मई को जयपुर में शैक्षिक मंथन संस्थान के तत्वावधान में 'रामसेतु की पुकार' विषयक व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। व्याख्यानमाला को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद श्री भूपेन्द्र यादव ने कहा की किसी भी देश में सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा करना देशवासियों का कर्तव्य होता है। उन्होंने रामसेतु को सांस्कृतिक, धार्मिक एवं ऐतिहासिक धरोहर ही नहीं, अपितु पर्यावरण की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बताया।
श्री यादव ने कहा कि विकास की जिस अंधी दौड़ में हम दौड़ रहे हैं, उसमें पर्यावरण की अनदेखी हो रही है। विकास का लाभ तभी फलीभूत हो सकता है जब हम स्थानीय समाज, सांस्कृतिक विरासत, पर्यावरण संतुलन एवं विकास के कारण होने वाले विस्थापन में भी संतुलन कर सकें। भारत में धार्मिक आजादी के संवैधानिक अधिकार को लागू करने के लिए हमें लोगों की आस्था और मूल धार्मिक मान्यताओं को सुरक्षा प्रदान करनी होगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के अध्यक्ष डा. विमल प्रसाद अग्रवाल ने कहा कि दुनिया के देश भारत की प्राचीनता, महत्व एवं वैभव को स्वीकार करना नहीं चाहते।
कार्यक्रम की प्रस्तावना शैक्षिक मंथन संस्थान के सचिव एवं अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री महेन्द्र कपूर ने रखी। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जयपुर के गण्यमान्य नागरिकों ने भाग लिया।
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