विहिप के सेवा विभाग का अ.भा. कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग सम्पन्नसेवा के माध्यम से विफल होगा मतांतरण का षड्यंत्र
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सेवा के माध्यम से विफल होगा मतांतरण का षड्यंत्र
गत दिनों विश्व हिन्दू परिषद के सेवा विभाग का तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग गुजरात के नड़ियाद में संपन्न हुआ। इसमें विहिप द्वारा देशभर में चलाए जा रहे सेवा प्रकल्पों-छात्रावास, विद्यालय, महिलाश्रम, बाल कल्याण केन्द्र, अस्पताल आदि के 206 कार्यकर्ता सहभागी हुए।
वर्ग के समापन सत्र को संबोधित करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष डा. प्रवीणभाई तोगड़िया ने कहा कि देश में मतांतरण का षड्यंत्र भयावह है। हमें सेवा के माध्यम से इस षड्यंत्र को विफल करना होगा। उन्होंने कहा कि सेवा के द्वारा आत्म कल्याण होगा, साथ ही देश में मतांतरण रोकने के लिए सामाजिक समरसता का निर्माण होगा।
वर्ग का उद्घाटन जानकी आश्रम, डेडियापाड़ा के स्वामी रामदास महाराज द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर स्तंभेश्वरतीर्थ कंबोई के विद्यानंद महाराज, संतराम मंदिर चकलाशी के महंत परमदास महाराज, विहिप के महामंत्री श्री चम्पत राय, संयुक्त महामंत्री श्री विनायकराव देशपांडे एवं विहिप, गुजरात के संरक्षक एवं ब्रह्मर्षि संस्कार धाम, नड़ियाद के संस्थापक डाहाभाई शास्त्री विशेष रूप से उपस्थित थे। उद्घाटन कार्यक्रम में जानकी आश्रम, डेडियापाड़ा के वनवासी बच्चों ने पुष्पवर्षा की तथा संगीत के साथ रामायण की चौपाई 'मंगल भवन अमंगलहारी….' का गान किया।
अपने संबोधन में स्वामी रामदास महाराज ने सभी कार्यकर्ताओं को सेवा का व्रत जीवनभर निभाने के लिए आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि सेवा राष्ट्र कार्य है और राष्ट्र कार्य ही ईश्वरीय कार्य है। मतांतरण को देश के लिए सबसे बड़ा खतरा बताते हुए उन्होंने कहा कि सेवा के द्वारा ही इस खतरे से देश को बचाया जा सकता है।
विहिप के महामंत्री श्री चंपत राय ने हिन्दू समाज एवं विश्व के लिए विश्व हिन्दू परिषद के कार्य की आवश्यकता बताई। विहिप के केन्द्रीय मंत्री श्री जुगल किशोर ने धर्म प्रसार विभाग के कार्य को समझाते हुए मतांतरण को रोकने एवं परावर्तन के कार्य को तेज गति प्रदान करने के लिए सेवा कार्य की आवश्यकता को रेखांकित किया। विहिप के केन्द्रीय सहमंत्री एवं अ.भा. सहसेवा प्रमुख श्री मधुकरराव दीक्षित ने विश्व हिन्दू परिषद-सेवा विभाग के कार्य और कार्य पद्धति की विस्तृत जानकारी दी। विहिप के अ.भा. सेवा प्रमुख श्री अरविंदभाई ब्रह्मभट्ट ने उद्घाटन कार्यक्रम में मंचस्थ अतिथियों का परिचय कराया।
वर्ग में विहिप के संगठन महामंत्री श्री दिनेश चंद्र ने 'कार्यकर्ता – गुण एवं विकास' विषय पर संबोधित किया। स्वामी दयानंद सरस्वती (आर्यविद्या) के शिष्य स्वामी मुदितवदनानंद ने 'स्वामी विवेकानंद के सपनों का भारत' विषय पर उद्बोधन दिया।
वर्ग के दौरान संतराम मन्दिर समाधि चौक पर सांस्कृतिक वंदना कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इसमें जानकी आश्रम डेडियापाड़ा, अहिल्या कन्या छात्रावास, अंजार तथा डा. वी.ए. वणीकर विद्यालय की बालिकाओं और पीपरी-डांग, भैंसधरा (वलसाड़) के बालक/बालिकाओं ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रतिनिधि
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