विविध
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अयोध्या के सैकड़ों मंदिरों में हुआ हनुमान चालीसा का पाठ
अयोध्या के संतों ने राम मंदिर आंदोलन को गति प्रदान करने के लिए गत 30 सितंबर और 01 अक्तूबर को क्रमश: दो बड़े कार्यक्रमों का आयोजन कर देश को यह संदेश दिया कि रामलला अब अधिक समय तक तिरपाल के नीचे नहीं रहने वाले हैं। उनके लिए भव्य मंदिर के निर्माण का समय करीब आ गया है। इन दोनों ही आयोजनों में अयोध्या के संतों और रामभक्तों ने उत्साहजनक हिस्सेदारी की।
30 सितंबर को रामनगरी के सैकड़ों मंदिरों में श्रीहनुमान चालीसा का सस्वर पाठ किया गया। रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष व मणिरामदास छावनी के महंत नृत्यगोपालदास के नेतृत्व में चालीसा पाठ का अभियान पूरे अयोध्या में किया गया। उन्होंने बताया कि मंदिर के मालिकाना स्वामित्व के मामले में पिछले साल 30 सितंबर को ही इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ की तीन सदस्यीय विशेष पीठ ने अपना ऐतिहासिक निर्णय सुनाया था, जिसमें दो-तिहाई जमीन को हिंदुओं के पक्ष में बताया और एक-तिहाई हिस्सा मुस्लिम पक्ष में गया। उन्होंने कहा कि मामला उच्चतम न्यायालय में है इसलिए इस समय इस मुद्दे पर कुछ कहना ठीक नहीं होगा फिर भी हम सभी का संकल्प तो राम मंदिर के भव्य निर्माण तक चुपचाप नहीं बैठने का है। अब समय आ गया है कि केंद्र सरकार इसमें पहल कर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करे।
विश्व हिंदू परिषद के मीडिया प्रभारी श्री शरद शर्मा ने बताया कि अयोध्या के मंदिरों में संतों की अगुआई में हुए हनुमान चालीसा के पाठ में रामभक्तों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। हनुमत शक्ति जागरण अभियान के जिला अध्यक्ष श्री बृजमोहनदास की अगुआई में लेटे हुए हनुमानजी के विग्रह (चौबुर्जी मंदिर) के सामने चालीसा का पाठ किया गया। इस अवसर पर हनुमत सदन के महंत अवध किशोरी शरण, राजसभा मंदिर के महंत स्वामी योगेंद्राचार्य, हनुमत हरिराम सदन के महंत रामलोचन शरण, आचार्य शशिकांत दास, महंत संजय दास, उद्धव दास तथा कृष्ण कुमार दास आदि उपस्थित रहे।
महंत नृत्य गोपालदास की अगुआई में मणिरामदास छावनी में हुए चालीसा पाठ में मुख्य रूप से उनके उत्तराधिकारी महंत कमल नयनदास, कृपालुराम दास उर्फ पंजाबी बाबा, अंतरराष्ट्रीय सीता रामनाम बैंक के प्रबंधक श्री पुनीतराम दास आदि उपस्थित रहे। इसी के साथ सनकादिक आश्रम, हनुमत किला गहोई मंदिर, दिगंबर अखाड़ा, सियाराम किला, बड़ा फाटक मंदिर, सदगुरु सदन, सुग्रीव किला, दिव्यशीश महल, हनुमान बाग, अगस्त्य आश्रम आदि मंदिरों में भी हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। 30 सितंबर को ही श्रीराम कारसेवकपुरम में विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महामंत्री श्री चंपत राय के नेतृत्व में चालीसा का पाठ हुआ।
एक अक्तूबर को चार साल से बंद श्रीराम कार्यशाला में विधिवत् हवन-पूजन कर पत्थरों की तराशी के काम को भी आगे बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त किया गया। श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास, न्यास के वरिष्ठ सदस्य महंत रामविलास दास वेदांती, दिगंबर अखाड़े के महंत सुरेश दास, विश्व हिंदू परिषद के संगठन महामंत्री श्री दिनेश चंद्र ने हनव-पूजन किया। इस अवसर पर महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा कि श्रीराम मंदिर आंदोलन ने पूरे हिंदू समाज को एक सूत्र में पिरोने का काम किया है। उन्होंने मांग की कि संसद में कानून बनाकर सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ किया जाए। महंत रामविलास दास वेदांती ने कहा कि अब मंदिर निर्माण में कोई बाधा नहीं टिक पाएगी। विहिप के संगठन महामंत्री श्री दिनेश चंद्र ने कहा कि राम मंदिर बनने में अब देरी नहीं होगी। संतों के मंत्र और विहिप के तंत्र से मंदिर बनेगा। इस अवसर पर 20 कारीगरों ने फिर से पत्थरों को तराशने का काम प्रारंभ कर दिया। द अयोध्या से सुभाष चंद्र
अ.भा.ग्राहक पंचायत की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक सम्पन्न
महंगाई के विरुद्ध प्रदर्शन का निर्णय
गत 25-26 को सितम्बर भोपाल में अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक सम्पन्न हुई। इसमें देशभर से आए प्रतिनिधियों ने भाग लिया तथा मंहगाई के प्रति सरकार के उदासीन रवैये के विरुद्ध 9-15 अक्तूबर तक देशभर के जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया।
बैठक का शुभारम्भ ग्राहक पंचायत के मार्गदर्शक श्री श्रीकांत जोशी, अजमेर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति श्री पी.एल. चतुर्वेदी एवं ग्राहक पंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजाभाऊ पोफली द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। बैठक में कार्यकर्ताओं ने पैट्रोलियम पदार्थों में बार-बार हो रही वृद्धि पर भी चिंता व्यक्त की। कार्यकारिणी ने स्पष्ट रूप से कहा कि सरकार अपनी आर्थिक नीतियों में देश की आवश्यकता अनुसार परिवर्तन करे तथा पश्चिमी देशों व विश्व व्यापार संगठन का अन्धानुकरण बन्द करे। द प्रतिनिधि
आस्ट्रेलिया में भगवान गणेश का अपमान
बजरंग दल ने किया विरोध प्रदर्शन
विगत दिनों आस्ट्रेलिया के एक थिएटर में भगवान गणेश का अपमानजनक रूप से प्रस्तुतिकरण किया गया। इस घटना से आक्रोशित बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने गत दिनों बुलंदशहर में आस्ट्रेलिया की सरकार के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया तथा उक्त नाटक को तुरंत बंद किए जाने की मांग की।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जिला संयोजक श्री हेमन्त सिंह ने कहा कि मुस्लिम तुष्टीकरण में लगी केंद्र सरकार की ऐसे गंभीर मामले में निष्क्रियता शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार आस्ट्रेलिया सरकार पर दबाव बनाकर उस घटिया नाटक को तुरंत बंद कराए, जिसमें गणेश भगवान को अपमानजनक रूप से प्रस्तुत किया गया है। इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद् एवं बजरंग दल के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यकर्ताओं ने आस्ट्रेलिया सरकार का पुतला भी फूंका। द प्रतिनिधि
संस्कृत सम्मेलन सम्पन्न
राजस्थान के जोधपुर में गत दिनों संस्कृत भारती द्वारा संस्कृत सम्मेलन सम्पन्न हुआ। इसमें उन सभी ने भाग लिया, जिन्होंने गत दिनों शहर के 27 स्थानों पर हुए संस्कृत संभाषण शिविरों में संस्कृत का प्रशिक्षण प्राप्त किया था।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रसिद्ध समाजसेवी श्री शरद मूंदड़ा ने कहा कि यदि संस्कृत परिवारों में बोली जाने लगेगी तो भारतीय संस्कारों की पुनस्र्थापना संभव होगी। संस्कृत भारती के महामन्त्री श्री चमू कृष्ण शास्त्री ने कहा कि संस्कृत भाषा पढ़ने से न केवल संस्कारों का पुनरुज्जीवन होगा, अपितु ज्ञान भण्डार के द्वार भी खुल जाएंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष श्री सत्यप्रकाश दुबे ने की। इस अवसर पर संस्कृत भारती के अ.भा. मंत्री श्री श्रीश देवपुजारी भी उपस्थित थे। यहां सरल संस्कृत नामक पुस्तक का लोकार्पण भी अतिथियों द्वारा किया गया। द प्रतिनिधि
वन बंधु परिषद् का वार्षिकोत्सव
गत दिनों वन बंधु परिषद, राउरकेला (उड़ीसा) का वार्षिकोत्सव स्थानीय अग्रसेन भवन में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित श्री डी.डी. अटल ने कहा कि वन क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों की सेवा करना सराहनीय कार्य है। इस अवसर पर वन बंधु परिषद् के राष्ट्रीय संयोजक श्री आर.आर. काबरा भी उपस्थित थे। राउरकेला इकाई द्वारा किए जा रहे सेवा कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वन बंधु परिषद द्वारा जिले में 110 एकल विद्यालय चलाये जा रहे हैं, जिनमें से राउरकेला इकाई के अधीन 90 एकल विद्यालय हैं।
कार्यक्रम में वनबंधु परिषद की महिला समिति का गठन भी हुआ। समिति की अध्यक्षा श्रीमती विजय लक्ष्मी अग्रवाल को बनाया गया। द प्रतिनिधि
“शिशु सांस्कृतिक सम्मेलन” में वक्ताओं ने की
विद्या भारती की प्रशंसा
सिक्किम के गंगटोक में गत दिनों विद्या भारती की ओर से “शिशु सांस्कृतिक सम्मेलन” का आयोजन किया गया। प्रांतीय समिति की ओर से आयोजित इस सम्मेलन में विद्या भारती द्वारा गंगटोक में संचालित विद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्य के नगर विकास एवं आवास मंत्री श्री डी.वी.थापा थे, जबकि विशिष्ट अतिथि मानव संसाधन विकास मंत्री श्री ए.के. प्रधान। लगभग सभी वक्ताओं ने विद्या भारती द्वारा संचालित विद्यालयों की प्रशंसा करते हुए कहा कि विद्या भारती द्वारा संचालित विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र संस्कारवान होते हैं। द प्रतिनिधि
अवध प्रान्त के महाविद्यालयीन छात्रों का दो दिवसीय संकल्प शिविर
देश के लिए जीने का संकल्प लें
-मोहनराव भागवत, सरसंघचालक, रा.स्व.संघ
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गत 2 अक्तूबर को रा.स्व.संघ, अवध प्रांत के महाविद्यालयीन छात्रों का संकल्प शिविर सम्पन्न हुआ। इसमें प्रांत के अलग-अलग हिस्सों से आए करीब 900 स्वयंसेवकों ने भाग लिया। इनमें इंजीनियरिंग, मेडिकल, स्नातकोत्तर, स्नातक, कम्प्यूटर विज्ञान, बी.एड. तथा अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के छात्र थे।
30 सितम्बर से 2 अक्तूबर तक चले शिविर में स्वयंसेवकों ने विभिन्न प्रकार के शारीरिक एवं बौद्धिक कार्यक्रमों में भाग लिया। शिविर के समापन समारोह को संबोधित करते हुए रा.स्व.संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने कहा कि युवा अपने लिए नहीं, देश के लिए जीने का संकल्प लें। देश के लिए जीने हेतु शरीर-मन-बुद्धि को तैयार करने की साधना है, एक घंटे की शाखा। नित्य-निरन्तर एक घंटा देश के लिए देने की आदत एवं इस साधना को गांव-गांव तक ले जाने से ही देश में सुख-शान्ति देने वाली नयी व्यवस्था का सृजन होगा। उन्होंने कहा कि भारत में आज जो विकास की व्यवस्था चल रही है, वह पश्चिम से आयातित है। इस व्यवस्था में समता युक्त विकास की कल्पना ही नहीं है।
श्री भागवत ने कहा कि आज विकसित भारत के लिए जैसी व्यवस्था चाहिए, वैसा वातावरण तैयार करने वाला नायक स्वयंसेवक बने, यही संघ कार्य का उद्देश्य है। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र संघचालक श्री ईश्वर चन्द्र गुप्त ने की। शिविर कार्यवाह डा. ओम प्रकाश सिंह ने अतिथियों का परिचय कराने के बाद शिविर की जानकारी देते हुए कहा कि प्रात: 4.45 से लेकर रात्रि 10.30 बजे तक स्वयंसेवक विभिन्न प्रकार की गतिविधियों में व्यस्त रहते थे।
समापन उद्बोधन से पूर्व स्वयंसेवकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का जवाब देते हुए श्री भागवत ने कहा कि सतत् स्वयंसेवक बनने की साधना ही स्वयंसेवकत्व है। आतंकवाद के सबंध में पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होनें कहा कि जब तक सरकार राजनीति करेगी, तब तक आतंकवाद समाप्त नहीं होगा। सरकार को चाहिए कि वह अपने गुप्तचर एवं सूचनातंत्र को मजबूत करे। समाज के पिछड़े क्षेत्रों में विकास पहुंचाए तथा आतंकवाद के मुद्दे पर समाज का प्रबोधन करे।
युवाओं में भूतकाल का गौरव, वर्तमान की
पीड़ा एवं भविष्य के सपनों का होना जरूरी
-सुरेश सोनी, सह-सरकार्यवाह, रा.स्व.संघ
शिविर के उद्घाटन समारोह में रा.स्व.संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल के सदस्य श्री राममाधव ने स्वयंसेवकों को संघ कार्य की वर्तमान में आवश्यकता को समझाते हुए कहा कि संघ देशभक्ति के आधार पर देश के लिए कुछ कर गुजरने वाली युवा पीढ़ी में संकल्प शक्ति जगाने वाला विश्वविद्यालय है। आज देश में 60 करोड़ युवा हैं, भारत विश्व का सबसे युवा देश है फिर भी देश की 36 करोड़ आबादी निरक्षर है। और लगभग इतने ही लोग गरीबी की रेखा के नीचे जीवन-यापन करने के लिए मजबूर हैं, जो चिन्ता की बात है। उन्होंने देश की समस्याओं के समाधान के लिए भारत के युवकों की सोई इच्छा शक्ति को जगाने का आह्वान किया।
एक अन्य सत्र को संबोधित करते हुए रा.स्व.संघ के सह-सरकार्यवाह श्री सुरेश सोनी ने कहा कि जिस ओर जवानी चलती है उस और जमाना चलता है। स्वामी विवेकानन्द का युवकों के लिए यह आह्वान भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए युवकों में भूतकाल का गौरव, वर्तमान की पीड़ा एवं भविष्य के सपनों का होना आवश्यक बताता है। शिविर में स्वयंसेवकों के मार्गदर्शन हेतु रा.स्व.संघ के अ.भा.कार्यकारी मंडल के सदस्य श्री मधुभाई कुलकर्णी, श्री इन्द्रेश कुमार, श्री ओमप्रकाश, श्री अशोक बेरी, सह क्षेत्र संघचालक प्रो. देवेन्द्र प्रताप सिंह, क्षेत्र प्रचारक श्री शिव नारायण का भी आगमन हुआ। द अमरनाथ
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