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इन दिनों भ्रष्टाचार के विरुद्ध देश का माहौल गरम है। लोग प्रसिद्ध समाजसेवी श्री अन्ना हजारे के समर्थन में सड़कों पर आ गए हैं। देश के हर राज्य, जिले, कस्बे और शहर में जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। गली-गली, गांव-गांव मशाल जुलूस, शांति यात्राएं निकाली जा रही हैं। सांसदों के घरों पर प्रदर्शन हो रहे हैं। इस सबमें भारत का युवा वर्ग, जोकि देश की कुल आबादी का 50 प्रतिशत से भी अधिक है, महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस संबंध में यह कहना अनुचित नहीं होगा कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध श्री अन्ना हजारे द्वारा शुरू किए गए इस आंदोलन का भार बहुत हद तक देश के भविष्य अर्थात व्युवाओंव् के कंधों पर है।
अन्ना ने 16 अगस्त से तिहाड़ जेल में ही अनशन शुरू कर दिया था। तभी से देशभर के युवा उनके समर्थन में खड़े हो गए। जब तक अन्ना तिहाड़ से बाहर नहीं आ गए तब तक तिहाड़ के आस-पास पांव रखने की भी जगह नहीं रही। इसके अलावा दिल्ली सहित देशभर में उनके समर्थन में विरोध प्रदर्शन हुए। 19 अगस्त से रामलीला मैदान में अनशन चल रहा है। हर दिन अन्ना का समर्थन करने वालों की तादाद तेजी से बढ़ रही है। स्कूल, कालेज में पढ़ने वाले छात्र हों, निजी या सरकारी संस्थानों में काम करने वाले युवा हों, गृहणी हों या फिर बुजुर्ग हर कोई अन्ना का समर्थन करने रामलीला मैदान पहुंच रहा है। आनंद विहार स्थित विवेकानंद पब्लिक स्कूल के छात्रों को रामलीला मैदान लेकर पहुंचे श्री अजय शर्मा ने कहा कि देश से भ्रष्टाचार जरूर समाप्त होना चाहिए। यह देश के विकास में बहुत बड़ा बाधक है। इसके लिए देश के बच्चे-बच्चे को इसके विरुद्ध उठ खड़ा होना होगा। स्कूल की शिक्षिका सुश्री नैन्सी खन्ना ने कहा कि श्री अन्ना हजारे देश के लिए लड़ रहे हैं, व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए नहीं। और देश सबका है इसलिए यह हर नागरिक का कर्तव्य बन जाता है कि वह भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाए। स्कूल के छात्र साहिल ने पढ़ाई खराब होने के प्रश्न के जवाब में कहा कि अन्ना जी के आंदोलन का समर्थन करके तो हमारी पढ़ाई कुछ दिन ही खराब होगी, लेकिन यदि कानून नहीं बना तो हमारा भविष्य ही खराब हो जाएगा। झांसी की रानी की वेशभूषा में पहुंची समाजसेवी नसीम ने कहा कि देश भ्रष्टाचार की जंजीरों में जकड़ा हुआ है, हमें अपने देश को भ्रष्टाचार रूपी जंजीरों से छुटकारा दिलाना ही होगा। दिल्ली के बाहर के लोग भी रामलीला मैदान में लगातार आ रहे हैं। गाजियाबाद से अपने दो बच्चों को लेकर पहुंचीं श्रीमती सीमा डोबाल का कहना है कि यह आंदोलन भ्रष्टाचार के विरुद्ध है इसलिए हर देशवासी को इसके समर्थन में आगे आना चाहिए। यह एक इतिहास बनने जा रहा है। हरियाणा के अंबाला से आई छात्रा सुश्री अनामिका वालिया ने कहा कि पहले हमने देश को आजाद कराने के लिए अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी। अब देश को भ्रष्टाचार से आजाद कराने की लड़ाई लड़ रहे हैं। इसमें भी जीत हमारी ही होगी।
रामलीला मैदान के अलावा देश के कोने-कोने में युवा भ्रष्टाचार के विरुद्ध आंदोलन कर रहे हैं। अन्ना के आह्वान पर ही युवाओं ने देशभर में सांसदों और राज्य में मंत्रियों को घेरना शुरू कर दिया है।
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