रहस्यमयी सोनिया
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

रहस्यमयी सोनिया

by
Sep 19, 2011, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 19 Sep 2011 11:43:04

रहस्यमयी सोनिया

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी लंबे विदेश प्रवास से लौट आयीं। हालांकि उनकी अचानक सपरिवार विदेश यात्रा पर राजनीतिक गलियारों से लेकर गली-मौहल्लों तक तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं, लेकिन कांग्रेस का कहना है कि वह अपने डाक्टरों की सलाह पर एक “जरूरी ऑपरेशन” कराने गयी थीं। वह बीमारी क्या थी और ऑपरेशन अमरीका में कहां हुआ.. इस पर कांग्रेस मौन है। कांग्रेस का भावनात्मक तर्क है कि सार्वजनिक हस्तियों को भी निजता का अधिकार है। पर इस स्वाभाविक सवाल का कोई जवाब नहीं मिलता कि आखिर किसी बीमारी और उसके ऑपरेशन में निजता जैसा क्या है? याद नहीं पड़ता कि इससे पहले, कम से कम आजाद भारत में, कभी किसी बड़े नेता की बीमारी और ऑपरेशन के बारे में ऐसी गोपनीयता बरती गयी हो। असल में तो इसके उलट ही होता रहा है। सार्वजनिक हस्तियों से जनसाधारण के जुड़ाव के मद्देनजर उनके स्वास्थ्य की बाबत बाकायदा मेडिकल बुलेटिन जारी किए जाते रहे हैं। कहना न होगा कि इस अवांछित गोपनीयता ने, काले धन के विरोध में बाबा रामदेव के सत्याग्रह और भ्रष्टाचार पर अंकुश के लिए जन लोकपाल की मांग को लेकर अण्णा हजारे के अनशन के बीच, सोनिया की सपरिवार विदेश यात्रा को और भी संदेहास्पद बना दिया।

दोषारोपण का खेल

सोनिया के इस गोपनीय विदेश प्रवास के दौरान देश में जो हुआ, उसने मनमोहन सरकार और कांग्रेस, दोनों की ही विश्वसनीयता को रसातल में पहुंचा दिया। भ्रष्टाचार पर अंकुश के लिए कारगर लोकपाल यानी जन लोकपाल की मांग को लेकर अनशन करने वाले बुजुर्ग गांधीवादी समाजसेवी अण्णा हजारे और उनके साथियों के साथ मनमोहन सिंह सरकार जैसा छल-बल का खेल खेलती रही तथा दिग्विजय सिंह, मनीष तिवारी, कपिल सिब्बल सरीखे कांग्रेसी जिस भाषा का इस्तेमाल करते रहे, उससे सरकार और कांग्रेस भी कठघरे में खड़ी हुई। इस दौरान अनशन स्थल रामलीला मैदान समेत देश भर में कांग्रेस विरोधी जन भावनाओं से भी यह साबित हो गया है। अब जब सोनिया स्वदेश लौट आयी हैं, तो दरबारी संस्कृति वाली कांग्रेस में दोषारोपण का खेल शुरू हो गया है। सोनिया जाने से पहले चार लोगों की एक टीम बना गयी थीं कांग्रेस के संचालन के लिए। उसमें एक तो उनके बेटे राहुल गांधी ही थे। दूसरे थे राजनीतिक सचिव अहमद पटेल। बाकी दो नाम चौंकानेवाले थे, ए.के. एंटनी और जनार्दन द्विवेदी। एंटनी अरसे से सोनिया के भरोसेमंद हैं। करीब जनार्दन द्विवेदी भी माने जाते हैं, पर इतनी बड़ी जिम्मेदारी से उनका कद अचानक ही बहुत बढ़ गया, जबकि संकटमोचक कहे जाने वाले प्रणव मुखर्जी से लेकर दिग्विजय सिंह तक अनेक कांग्रेसी टापते रह गए। सो, सोनिया की अनुपस्थिति में हुई सरकार, खासकर कांग्रेस की फजीहत का ठीकरा इस चौकड़ी के सिर फोड़ने का खेल शुरू हो गया है। राहुल तो अमरीका और भारत के बीच आना-जाना कर रहे थे और अहमद पटेल के विरुद्ध बोलने की हिम्मत किसी कांग्रेसी में है नहीं, इसलिए अब असंतुष्ट दरबारियों के निशाने  पर जनार्दन और एंटनी हैं।

कांग्रेस का कुटिल चरित्र

वाई. एस.आर. याद हैं आपको? जी हां, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस.राजशेखर रेड्डी, जो कभी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सबसे लाड़ले मुख्यमंत्री माने जाते थे। बेशक उनकी लोकप्रियता भी असंदिग्ध थी। उसी के परिणामस्वरूप वर्ष 2009 में कांग्रेस आंध्र प्रदेश में न सिर्फ लोकसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब रही, बल्कि उसे राज्य विधानसभा में भी लगातार दूसरी बार जनादेश मिला। पर कुछ समय बाद वाईएसआर की एक हेलिकाप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गयी। फिर जैसी कांग्रेस की वंशवादी परम्परा है, वाईएसआर समर्थकों ने उनके बेटे जगन मोहन रेड्डी को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की, जो उस समय सांसद थे। जो कांग्रेस नेहरू परिवार के परिवारवाद को अपने लिए गर्व का विषय मानती है, उसी ने जगन को उत्तराधिकार नहीं सौंपा। पहले बुजुर्ग रोसैया को मुख्यमंत्री बनाया और फिर क्रिकेटर से राजनेता बने किरण रेड्डी को, पर जगन की बगावत से हिलता कांग्रेसी तंबू संभल नहीं पा रहा। सो अब कांग्रेस ने “कांग्रेस ब्यूरो ऑफ करप्शन” कही जाने वाली सीबीआई का सहारा लिया है। सीबीआई को अचनाक जगन की आय से अधिक संपत्ति, जो उनके पिता ने कांग्रेस मुख्यमंत्री रहते हुए ही बनायी थी, की याद आ गयी है तो उनके करीबी बताए जाने वाले कर्नाटक के रेड्डी बंधुओं पर भी शिकंजा कसा जा रहा है। कोशिश एक तीर से कई शिकार करने की है। वाईएसआर परिवार के करीबी माने जाने वाले ये रेड्डी बंधु भाजपा में हैं और निवर्तमान येदियुरप्पा सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं यानी जगन को डराया जा रहा है तो कर्नाटक में भाजपा सरकार को फिर हिलाने की कोशिश की जा रही है।

द समदर्शी

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्याओं का समाधान’

दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्याओं का समाधान’

दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

बच्चों में अस्थमा बढ़ा सकते हैं ऊनी कंबल, अध्ययन में खुलासा

हमले में मारी गई एक युवती के शव को लगभग नग्न करके गाड़ी में पीछे डालकर गाजा में जिस प्रकार प्रदर्शित किया जा रहा था और जिस प्रकार वहां के इस्लामवादी उस शव पर थूक रहे थे, उसने दुनिया को जिहादियों की पाशविकता की एक झलक मात्र दिखाई थी  (File Photo)

‘7 अक्तूबर को इस्राएली महिलाओं के शवों तक से बलात्कार किया इस्लामी हमासियों ने’, ‘द टाइम्स’ की हैरान करने वाली रिपोर्ट

राजस्थान में भारतीय वायुसेना का Jaguar फाइटर प्लेन क्रैश

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

किशनगंज में घुसपैठियों की बड़ी संख्या- डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies