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दिल्ली में आए दिन हो रही गोहत्या की घटनाओं से क्षुब्ध गोभक्त गत 25 अप्रैल को सड़कों पर उतर आए। हजारों की संख्या में एकत्रित भीड़ ने दिल्ली स्थित बुद्ध विहार मुख्य मार्ग को छ: घंटे से ज्यादा तक बाधित रखा तथा दिल्ली पुलिस एवं प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। जनता के गुस्से और मौके की गंभीरता को समझते हुए पुलिस के आला अधिकारियों ने घटना स्थल पर पहुंचकर विजय विहार थाना प्रभारी को लाइन हाजिर व दो अन्य पुलिस कर्मियों को निलंबित करने की घोषणा की। साथ ही गोमांस बेचने वाली अवैध दुकानों को बंद करने का भी आश्वासन दिया, तब जाकर किसी तरह मामला शांत हुआ। परन्तु गोभक्तों ने तब अपने आपको ठगा महसूस किया, जब पता चला कि पुलिस ने न तो थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया और न ही किसी को निलंबित। ऊपर से पुलिस ने प्रदर्शन के बाद गोभक्तों को घरों से निकालकर बुरी तरह पीटा जिसके कारण अनेक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।जानकारी के अनुसार 25 अप्रैल की प्रात: लगभग 4.30 बजे विहिप के कुछ कार्यकर्ताओं को सूचना मिली कि जहां विगत 12 और 24 अप्रैल को गोवंश के क्षत-विक्षत अंग मिले थे, उसी लाल क्वार्टर नाले पर एक टाटा 407 गोकशी के बाद जा रही है। कार्यकर्ताओं ने गोहत्यारों का पीछा किया, परन्तु वे भागने में सफल हो गए। गोकशी की इस घटना की खबर जैसे-जैसे क्षेत्र में फैली, वहां लोग जुटना शुरू हो गए। देखते ही देखते क्षेत्रीय निगम पार्षद, विधायक, विहिप, बजरंग दल, आर्य समाज, सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा तथा स्थानीय मौहल्ला सुधार समिति के लोग घटना स्थल पर पहुंचने लगे। गुस्साए लोग दोषियों को तत्काल पकड़ने की मांग करने लगे तथा बुद्ध विहार मुख्य मार्ग को पूरी तरह जाम कर दिया। अति आक्रोशित भीड़ को देखते हुए पुलिस ने बल प्रयोग किया, जिसके विरोध में जनता का गुस्सा और भड़क गया। इस पर प्रतिक्रिया करते हुए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े व लाठीचार्ज किया, जिसके कारण अनेक लोग घायल हुए। क्षेत्र में इतना तनाव व्याप्त हो गया था कि घटना स्थल पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को पहुंचकर घोषणा करनी पड़ी कि 15 दिन में तीसरी बार एक ही स्थान पर गायों की इतनी बड़ी संख्या में हत्या होने के लिए जिम्मेदार थानाध्यक्ष, विजय विहार को लाइन हाजिर व दो अन्य को बर्खास्त किया जाता है।पुलिस अधिकारियों द्वारा आश्वासन देने के बाद जब लोग अपने-अपने घरों को चले गए, तो एकाएक घटना स्थल के सामने लाल क्वार्टर क्षेत्र में पुलिस का नंगा नाच शुरू हो गया। घरों में घुसकर पुलिस ने निर्दोष गोभक्तों को न सिर्फ पीटा, बल्कि महिलाओं और बच्चों के साथ भी बदसलूकी की। और तो और पुलिस द्वारा दिया गया कार्रवाई का आश्वासन भी बिल्कुल झूठा निकला। किसी पर कुछ भी कार्रवाई नहीं की गई।पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए इन्द्रप्रस्थ विहिप के महामंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन व बजरंग दल के सह-प्रांत संयोजक श्री शैलेन्द्र जायसवाल ने घटना को राजधानी पर दाग की संज्ञा दी #ै और कहा कि अब दिल्ली पुलिस की बर्बरता के चलते राजधानी की हालत बद से बदतर होती जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि गोहत्यारों को पकड़ने के बजाए पुलिस गोभक्तों पर झूठे मुकदमे बनाने का षड्यंत्र रच रही है, जिसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा साथ ही निर्दोष लोगों को घरों से निकालकर पीटने की घटना की न्यायिक जांच कराकर बर्बर पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। द प्रतिनिधि28
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