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शदाणी दरबार द्वारा जन्म महोत्सव का आयोजनसंत शदाराम का संदेश घर-घर तक पहुंचाएं-डा. रमन सिंह, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़गत 21 से 25 अक्तूबर तक रायपुर स्थित शदाणी दरबार तीर्थ में शदाणी दरबार के पूज्य संस्थापक शिव अवतारी सतगुरु संत शदाराम साहिब का 302 वां एवं आठवें पीठाधीश्वर ब्राहृलीन संत स्वामी गोविन्दराम साहिब का 66वां जन्म महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। भारत सरकार द्वारा इस अवसर पर संत शदाराम साहिब की पावन स्मृति में जारी किए गए डाक टिकट एवं प्रथम दिवस आवरण का विमोचन छत्तीसगढ़ के राज्यपाल महामहिम शेखर दत्त ने किया। इस अवसर पर महामहिम राज्यपाल ने कहा कि लगभग 18 वर्षों बाद इस प्रदेश से डाक टिकट का जारी होना प्रदेश की जनता के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि संतों, महापुरुषों ने सदैव देश और समाज को अपने आध्यात्मिक ज्ञान से नई दिशा प्रदान की है। संत शदाराम जी ने हमेशा सत्य के मार्ग पर चलकर जीवसेवा और परोपकार के आचरण को अपने जीवन में उतारने का संदेश दिया।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने कहा कि संत शदाराम जी की स्मृति में डाक टिकट जारी होना छत्तीसगढ़ सहित दुनिया भर के श्रद्धालुओं के लिए गर्व की बात है। इससे संत शदाराम जी के संदेश को घर-घर पहुंचाने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने शदाणी दरबार द्वारा धार्मिक कार्यों के साथ कैंसर और ह्मदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए शिविर आयोजित किए जाने की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने पाकिस्तान से आने वाले तीर्थयात्रियों को लम्बी अवधि का वीजा मिलने में आने वाली कठिनाइयों का स्थायी समाधान कराने का आश्वासन दिया। डा. रमन सिंह ने संत युधिष्ठिर लाल जी के अनुरोध पर सिंधी भाषा एवं संस्कृति के विकास के लिए कोरबा (छत्तीसगढ़) के श्री मुरलीधर माखीजा को सिंधी साहित्य संस्थान का अध्यक्ष बनाए जाने की भी घोषणा की।स्कूली शिक्षा, धर्मस्व एवं पर्यटन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने इस अवसर पर कहा कि शदाणी दरबार विश्व में सेवाभावी धार्मिक तीर्थ के रूप जाना जाता है। शदाणी दरबार के प्रमुख संत युधिष्ठिर लाल जी ने कहा कि नदी, वृक्ष, संत और मेघ परोपकार के लिए अवतरित होते हैं। इस अवसर पर शदाणी दरबार के संतों के जीवन पर आधारित ग्रंथ शदाणी प्रकाश और हनुमान चालीसा की तर्ज पर गायी जाने वाली शदाणी चालीसा की सीडी का भी विमोचन किया गया। द27
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