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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने गत दिनों दिल्ली में सम्पन्न हुई विभिन्न राज्यों के शिक्षा मंत्रियों की बैठक के अवसर पर कुछ शैक्षिक मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।राजधानी दिल्ली के प्रसिद्ध अशोका होटल, जहां यह बैठक होनी थी, के बाहर अभाविप के कार्यकर्ताओं ने हाथों में झण्डे, बैनर एवं तख्तियां लेकर यू.पी.ए. सरकार की गलत शिक्षा नीतियों के विरोध में नारेबाजी की। शिक्षा के व्यापारीकरण को रोकने हेतु एक केन्द्रीय कानून बने, शासकीय महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों को बंद किया जाए, विदेशी शैक्षिक संस्थानों में प्रवेश एवं शुल्क नियंत्रित हो एवं इनके संचालन हेतु प्रभावी कानून बनाया जाए तथा उनमें आरक्षण नीति अनिवार्य रूप से लागू हो आदि प्रमुख मांगों को लेकर विद्यार्थी परिषद् ने यह प्रदर्शन किया।प्रदर्शन के दौरान विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस ने धक्का-मुक्की की एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री विष्णुदत्त शर्मा सहित अनेक कार्यकर्ताओं को चाणक्यपुरी थाने ले जाया गया एवं बाद में उन्हें छोड़ दिया। अभाविप की योजना है कि आने वाले समय में उनका एक प्रतिनिधिमण्डल केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल से मिलकर शिक्षा के व्यापारीकरण के संदर्भ में ज्ञापन सौंपेगा। प्रतिनिधि25
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