|
रस-गंधमयी विशिष्ट काव्य संध्यागत 21 जून को ग्वालियर (म.प्र.) में साहित्य साधना संसद की रस गंधमयी विशिष्ट काव्य संध्या प्रसिद्ध कवयित्री डा.ऋचा सत्यार्थी के सम्मान में आयोजित की गई। इसके मुख्य अतिथि थे-महाधिवक्ता श्री आर.डी.जैन। अध्यक्षता की डा.कृष्ण मुरारी शर्मा ने। आयोजन का शुभारंभ करते हुए संसद के महामंत्री शैवाल सत्यार्थी ने अतिथियों का स्वागत किया। पुष्पा सिसोदिया ने शिशु की चंचलता पर प्रश्न किया “तुमने कभी चांद को लहरों पर मचलते देखा है?” डा.अन्नपूर्णा भदौरिया ने अपनी गजल में कहा “यह दर्द तो हर जख्म भुलाने के लिए है।” सुनीति वैस ने अपने-पराये का भेद मिटाते हुए गजल गायी “कोई अपना पराया नहीं है यहां, दिल से मांगो दुआएं सभी के लिए।” प्रकाश वैश्य ने भौतिकवाद की झूठी शान पर व्यंग्य किया “हमें तो गर्व है, अपनी भौतिक उपलब्धियों पर, अनैतिकता के गत्र्त में जा गिरने का, किंचित मात्र भी दुख नहीं।” कमर बरतर ने अपनी गजल में खुशबू की बात की “गर्मियों में हो शीत की खुशबू। साथ है यूं अतीत की खुशबू।” व्यंग्यकार राज चड्ढा ने “ऊंट पुल की त्रासदी” पर तीखा व्यंग्य पढ़ा। प्रेम बहादुर अजय ने चुनौती भरे स्वरों में कहा, “हम क्या हैं? यह दुनिया को बता क्यों नहीं देते??” शैवाल सत्यार्थी ने पत्रों का उत्तर न देने वालों की, संकुचित मानसिकता पर चोट की “पत्र लिखो तो उत्तर नदारद, पूछो तो, इतना भर कह देते हैं मुरदे भी कहीं उत्तर देते हैं।” संध्या का काव्यमय संचालन करते हुए कादम्बरी आर्य ने श्रृंगारमयी गजल में कहा “जिस्म सारा सितार बन जाता, तूने लेकिन मुझे छुआ ही नहीं।” अपने सम्मान के उत्तर में डा.ऋचा ने संसद तथा सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। जिंदगी को परिभाषित करते हुए उन्होंने रचना पढ़ी “रात की स्याही में, मीठी सुबहों की आस लिए, तन्हा-तन्हा जिंदगी खड़ी, जिंदगी की तलाश लिए।” इसके साथ ही डा.कृष्णमुरारी शर्मा, दामोदर शर्मा, चेतराम सिंह भदौरिया, कुंदा जोगलेकर, ईश्वरदयाल शर्मा, राम अवतार सिंह तोमर “रास”, दिनेश चन्द्र दुबे, हरिशचन्द्र गुप्ता “हरीश”, राजेन्द्र सिंह “रसिक”, आरती खेड़कर, साविर रजा, आर.पी. माहौर, आल.एल.साहू, कमल वशिष्ठ, रेखा दीक्षित, डा.जगदीश प्रसाद अरोरा, के.के.शर्मा, गोविंद श्रीवास्तव, पुष्पेन्द्र सिंह चौहान, पुष्प कुमार धवन ने भी काव्य पाठ किया। अंत में सहमंत्री अशोक राजपूत ने अपनी कविता प्रस्तुत करने के साथ ही सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रतिनिधि22
टिप्पणियाँ