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सबकी आंखों में नीर छोड़ गए, जाने वाले शरीर छोड़ गए। एक रुपया दिया था दाता ने, सौ दुआएँ फकीर छोड़ गए।-जहीर कुरेशीजब भी मैं मुस्काने बैठा, गम आकर सिरहाने बैठा। जख्म पुराने उभरे अक्सर, जब भी दिल बहलाने बैठा।-श्याम सखा श्यामउसका गम दिल में पालकर रखना, ये अमानत सम्हाल कर रखना।-पूनम कौसर25
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