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गत 21 जनवरी को नई दिल्ली में नवनिर्मित “दत्तोपंत ठेंगडी भवन” का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री कुप्.सी.सुदर्शन ने किया। 1.5 करोड़ रु. की लागत से बना यह भव्य भवन भारतीय मजदूर संघ का केन्द्रीय कार्यालय होगा। उद्घाटन से पूर्व विभिन्न प्रांतों से आए भारतीय मजदूर संघ के अधिकारियों एवं कार्यकत्र्ताओं की उपस्थिति में पूजा-अर्चन एवं हवन सम्पन्न हुआ।उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए श्री कुप्.सी.सुदर्शन ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने राष्ट्र के सर्वांगीण विकास का जो लक्ष्य रखा था उसी के अनुरूप समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने के लिए योग्य कार्यकत्र्ताओं को भेजा गया। इसी कड़ी में श्री दत्तोपंत ठेंगडी को श्रमिक क्षेत्र में कार्य करने के लिए उस समय भेजा गया जब इस क्षेत्र में वामपंथ एवं अन्य वादों का बोलबाला था। उस समय विभिन्न वादों से सम्बद्ध मजदूर संगठन कहते थे, “हमारी मांगें पूरी हों, चाहे जो मजबूरी हो।” किंतु ठेंगडी जी ने एक नई अवधारणा देते हुए कहा कि श्रमिकों को काम का पूरा दाम मिलना चाहिए पर सबसे ऊपर देशहित होना चाहिए। वे यह भी कहते थे कि उद्योग एक परिवार है। इस परिवार में व्यवस्थापक, मालिक, श्रमिक और ग्राहक होते हैं। इनमें से किसी भी एक की कमी से उद्योग नहीं चल सकता। सब एक दूसरे के पूरक हैं। इसलिए इन सबमें सहयोगात्मक भाव होना चाहिए।श्री सुदर्शन ने कहा कि ठेंगडी जी के प्रयासों से भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्ध श्रमिकों में राष्ट्रहित की भावना आई है। यही वजह थी कि 1962 में चीनी आक्रमण के समय भारतीय मजदूर संघ से जुड़े श्रमिकों ने अतिरिक्त काम किया था, जबकि बंगाल में वामपंथी संगठनों से जुड़े मजदूरों ने हड़ताल की बात कही थी।इससे पूर्व भारतीय मजदूर संघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष श्री गिरीश अवस्थी ने बताया कि इस भवन के निर्माण में किसी बड़े घराने से चंदा नहीं लिया गया है, बल्कि इसमें सिर्फ श्रमिकों का ही पैसा खर्च हुआ है। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहसरकार्यवाह श्री मदनदास, दिल्ली प्रांत संघचालक श्री रमेश प्रकाश, भारतीय मजदूर संघ के अनेक वरिष्ठ अधिकारी एवं कार्यकत्र्ता उपस्थित थे। प्रतिनिधि33
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