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वियाना (आस्ट्रिया) में संत रामानंद जी की निर्मम हत्या के उपरांत पंजाब व हरियाणा में फैली हिंसा के कारण जम्मू से पंजाब होकर जाने वाली सभी रेलगाड़ियां रद्द हो गई थीं। इस कारण माता वैष्णोंदेवी के हजारों भक्त व पर्यटक जम्मू रेलवे स्टेशन पर फंसे रहे। उनके खाने-पीने का सरकार द्वारा कोई प्रबंध न होने पर विश्व हिन्दू परिषद्, बजरंग दल व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता सामने आए। कार्यकर्ताओं ने उन यात्रियों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था की। 26 मई को हुई इस विशेष व्यवस्था में लगभग 15 हजार लोगों ने भोजन किया। सुबह नाश्ते का भी प्रबंध था। रात्रि भोजन हेतु जम्मू निवासियों ने अपने-अपने घरों से भोजन के पैकेट तैयार कर रेलवे स्टेशन पर पहुंचाये। लंगर में खाद्य सामग्री की पूर्ति के लिए समाज के प्रबुद्धजनों ने खुलकर सहायता की। स्थानीय लोगों की इस उदारता से यात्री बड़े खुश हुए। उन्होंने विश्व हिन्दू परिषद एवं संघ के कार्यकर्ताओं की भूरि-भूरि प्रशंसा की।उधर विश्व हिन्दू परिषद् के प्रदेश अध्यक्ष डा. रमाकांत दुबे ने रेलवे स्टेशन पर फंसे यात्रियों के प्रति जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार की उदासीनता पर कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि सरकार ने मुश्किल में फंसे यात्रियों की सुविधा के लिए कुछ नहीं किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त संघचालक ब्रिगेडियर सुचेत सिंह ने एक बयान जारी कर सन्त रामानंद की हत्या की घोर निन्दा की और मांग की कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। द त्रिकुटा संवाद केन्द्र, जम्मू24
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