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मतांतरण राष्ट्रद्रोह का पर्याय है। इस पर रोक लगाने के लिए पूरे देश को आगे आना होगा। गोवंश की हत्या, धार्मिक स्थलों पर हमले व भारतीय संस्कृति का उपहासद प्रतिनिधिनवसु वलवी को डा. हेडगेवार सेवा सम्मानगत दिनों महाराष्ट्र के कल्याण में डा. हेडगेवार स्मारक सेवा निधि की ओर से डा. हेडगेवार सेवा पुरस्कार सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह पुरस्कार प्रसिद्ध समाजसेवी व सãत्त्ढद्र आदिवासी बहुविध सेवा संघ के संस्थापक श्री नवसु वलवी को दिया गया। उन्हें यह पुरस्कार वनवासी क्षेत्र में श्रेष्ठ सेवा कार्य के लिए, कल्याण के स्थापत्य विशारद श्री दिलीप वलवी द्वारा दिया गया। पुरस्कार स्वरूप श्री वलवी को एक लाख पए का चैक तथा स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।इस अवसर पर श्री नवसु वलवी ने कहा कि वन बंधुओं में आत्मविश्वास जगाया तो उनका विकास जल्द होगा। इसके लिए उनके घर और मन तक पहुंचना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज मैं वन बंधुओं के लिए जो भी कार्य कर रहा हूं, यह सब रा.स्व.संघ के कारण ही संभव हो पाया है। मुझे आत्मविश्वास, आत्मविकास तथा व्यक्तिविकास के साथ काम करने की प्रेरणा संघ से ही मिली। कार्यक्रम में कल्याण के बालरोग विशेषज्ञ डा. रामदास मरांड तथा रा.स्व.संघ के कई वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित थे।द वि.सं.के., मुम्बईवैज्ञानिक अध्ययन की कार्यशालागत 21 जून को दक्षिण दिल्ली के वसंत विहार स्थित ललित महाजन सरस्वती विद्या मन्दिर में प्रसिद्ध वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बसु की 150 वीं जयंती मनाई गई। कार्यक्रम का आयोजन विवेकानंद विचार मंच, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली द्वारा किया गया। अध्यक्ष के रूप में दिल्ली विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्राध्यापक प्रो. सतीश चन्द अरोड़ा थे।कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात् प्रो. सतीश चन्द्र अरोड़ा ने विद्यार्थियों को जगदीश चंद्र बसु के जीवन तथा उनके द्वारा किए गए देशहित के कार्यों के बारे में बताया। देश के महान वैज्ञानिक की पावन जयंती के अवसर पर विवेकानंद विचार मंच द्वारा विद्यालय और महाविद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए 3 घंटे की एक कार्यशाला का आयोजन भी किया गया। अध्ययन का वैज्ञानिक तरीका (साइंटिफिक वे आफ स्टडी) नामक इस कार्यशाला में विद्यार्थियों को समय प्रबंधन तथा प्रत्येक विषय का गहनता से अध्ययन करने का आग्रह किया गया। विवेकानंद विचार मंच के कार्यकर्ता श्री विजय ने मंच के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि छात्रों में देश और समाज का भाव जागृत हो इस उद्देश्य से हम पिछले दस वर्ष से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब तक ऐसी कई कार्यशालाओं का आयोजन किया जा चुका है। इसमें हम विद्यार्थियों को अच्छे अंक लाने के गुर सिखाने के साथ-साथ देश के महापुषों के जीवन के बारे में भी जानकारी देते हैं। कार्यशाला में बच्चों के मार्गदर्शन के लिए आई.आई.टी दिल्ली के कई प्राध्यापक भी उपस्थित थे। कार्यशाला में दक्षिणी दिल्ली के अलग-अलग स्थानों से आए करीब 97 विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यशाला के अंत में सभी विद्याथिर्यों, अभिभावकों और विवेकानंद विचार मंच के कार्यकर्ताओं ने सामूहिक वंदेमातरम् का गायन किया। कार्यक्रम को सुचारू रूप से चलाने के लिए मंच के कार्यकर्ता श्री कमल मोहन, श्री अनिल, श्री मुकेश, श्री हर्षित, श्री संजीव तथा श्री शुभेष का महत्पूर्ण योगदान रहा। दप्रतिनिधि30
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