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द पंचानन अग्रवालसिर्फ वोट की राजनीति कर रहे नेता-शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती, पुरीकमजोर नेतृत्व के कारण देश में अराजकता जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है। नैतिक और आध्यात्मिक भाव धारा का पतन हुआ है और भारतीय संस्कृति निचले स्तर की ओर बढ़ रही है। राजनेता केवल वोट बैंक की आशा में अपने धर्म-कर्म से दूर होते जा रहे हैं और अंग्रेजी संस्कृति के अनुकरण में लगे हुए हैं।” यह बात पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कही। वे गत दिनों उड़ीसा में पत्रकारों को सम्बोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि 200 वर्ष के अंग्रेजी शासन ने भारत की परंपरा को नष्ट करने में अहम भूमिका निभाई थी। आज हमारे नेता भी कमोवेश उसी राह पर चल रहे हैं। देश की हालत ऐसी हो गई है कि साधु समाज खुद को असुरक्षित महसूस करने लगा है और संस्कृति का सत्यानाश करते हुए विकास का केवल प्रचार किया जाता है।शंकराचार्य जी ने कहा कि हिन्दू जागरण और हिन्दुत्व के प्रति कोई भी गंभीर रवैया नहीं अपना रहा है। कंधमाल मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था के नाम पर दूसरे देशों के धर्म प्रचारकों से चर्चा करती रही है मगर प्रदेश में किसी हिन्दू धर्माचार्य से कोई सलाह नहीं ली जाती है। सत्ता हासिल करने के लिए धनबल से लेकर बाहुबल तक का इस्तेमाल करने वाले राजनीतिक दल वोट बैंक का खेल खेल रहे हैं। शंकराचार्य जी ने देश और प्रदेश की अराजक स्थिति के लिए राजनीतिक दलों को जिम्मेदार ठहराया है।ल्द25
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