|
गत 13 अप्रैल को उदयपुर में डा. भीमराव अम्बेडकर जयन्ती की पूर्व संध्या पर “डा. अम्बेडकर का अस्पृश्यता निवारण हेतु प्रयास” विषय पर एक गोष्ठी आयोजित हुई। इसके मुख्य वक्ता थे सेवा भारती राजस्थान के प्रदेश मंत्री श्री यशवन्त पालीवाल। गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए श्री यशवन्त पालीवाल ने कहा कि डा. अम्बेडकर ने एक ऐसे समाज की कल्पना की, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति में समत्व भाव जगे, सुख-सुविधाओं का समान वितरण, रोजी-रोटी कमाने के समान अवसर, अपना काम स्वयं करने की भावना और किसी का शोषण न करने की भावना हो। गोष्ठी की अध्यक्षता सेवा भारती उदयपुर के महानगर अध्यक्ष श्री धीरेन्द्र सालगिया ने की। इस अवसर पर डा. एन.के. पण्ड्या, एल.एन. श्रीमाली, डा. सुरेश श्रीमाली, शिवनारायण नायक, गोपाल करेनिया, भगवती प्रसाद सोलंकी, रघुनाथदत्त माथुर, नाहर सिंह तंवर, इन्द्रदेव दास, योगेश चौबीसा, हिम्मत सिंह सहित सेवा भारती के कई पदाधिकारी, सदस्य एवं गण्यमान्य नागरिक व माता-बहनें उपस्थित थीं। द प्रतिनिधि32
टिप्पणियाँ