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103 साल से मुम्बई की शान रहे होटल ताज, होटल ओबेराय और अन्य 9 स्थानों पर 26 नवम्बर की रात 9 बजे के बाद जिहादी आतंकवादियों के हमले।इन हमलों में 130 से अधिक लोगों की जानें जा चुकी हैं और 370 लोग घायल हुए हैं। इनमें 15 पुलिस अधिकारी एवं जवान, 9 विदेशी नागरिक और 6 होटलकर्मी भी शामिल हैं। शहीद होने वाले पुलिस अधिकारियों में हैं आतंकवाद विरोधी दस्ता (एटीएस) के प्रमुख हेमंत करकरे, जांबाज पुलिस अधिकारी विजय सालसकर और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक काम्टे।होटल ताज और ओबेराय में छिपकर गोलीबारी करने वाले 9 जिहादियों को कमाण्डो कार्रवाई में मार गिराया गया। दिल्ली से 200 कमाण्डो का एक दस्ता गृहमंत्री शिवाज पाटिल के साथ 27 नवम्बर को तड़के मुम्बई पहुंचा। आतंकवादियों का सफाया करने के लिए कमाण्डो के साथ सेना के 800 जवानों को भी लगाया गया।रात में जिहादी हमले की खबर मिलते ही पूर्व उपप्रधानमंत्री श्री लालकृष्ण आडवाणी ने प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह से फोन पर बातचीत की। 27 नवम्बर की दोपहर को स्थिति का जायजा लेने के लिए श्री आडवाणी मुम्बई भी गए।हमले के बाद देश के सभी प्रमुख शहरों में “हाई अलर्ट” घोषित किया गया और प्रमुख स्थानों की सुरक्षा कड़ी की गई।रातभर मुम्बई के लोग सोये नहीं। दूसरे दिन मुम्बई में सन्नाटा पसरा रहा। मुम्बई की “लाइफ लाइन” लोकन ट्रेनें खाली दौड़ती रहीं। सड़कों पर आवाजाही न के बराबर थी। शेयर बाजार बन्द रहा। फिल्मोद्योग में भी कोई काम नहीं हुआ।भारत दौरे पर आई इंग्लैण्ड की क्रिकेट टीम जिहादी हमले के बाद लन्दन वापस लौट रही है। इस कारण शेष दो एकदिवसीय और दो टेस्ट मैच रद्द किए जाने की घोषणा हुई है।करीब 40 घंटे से ज्यादा चले आपरेशन के बाद ओबेराय होटल पर सेना ने कब्जा कर लिया। जबकि इन पंक्तियों के लिखे जाने तक नरीमन हाउस व होटल ताज में मुठभेड़ जारी थी।8
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