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1857 के स्वातंत्र्य समर पर निबंध प्रतियोगिता2007 अत्यन्त प्रेरक वर्ष है। इसी वर्ष 1857 के स्वातंत्र्य समर को 150 साल पूरे हो रहे हैं। 1857 का युद्ध स्वतंत्रता का प्रथम समर था। 1818 में पुणे में सनवारवाड़ा पर लगे हुए भगवा ध्वज को हटाकर यूनियन जैक फहराया गया था। उसके बाद के अंधकार में प्रथम किरण दिखी 1857 में। यह स्वातंत्र्य समर किसी एक जाति या धर्म का नहीं था। सभी जातियों एवं सम्प्रदायों का सहयोग था। 1957 में भारत सरकार ने इसका शताब्दी समारोह मना कर इसे स्वातंत्र्य समर की अधिकृत मान्यता दी है। स्वातंत्र्यवीर सावरकर ने लन्दन के तत्कालीन कागजातों का अध्ययन करके सिद्ध किया था कि 1857 का संघर्ष “सिपाहियों का विद्रोह” नहीं था। इसे स्थापित करने के लिए उन्होंने “1857 का स्वातंत्र्य समर” नामक पुस्तक लिखी। प्रकाशन पूर्व इस पुस्तक पर ब्रिटिश सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था, फिर भी वह अंग्रेजी में प्रकाशित हुई। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने आजाद हिन्द फौज के सैनिकों को प्रेरणा देने के लिए इसका हिन्दी अनुवाद करके वितरित किया था।इस पुस्तक को भी इस साल 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं। क्रांतिकारियों में भगवद्गीता जैसी मान्यता प्राप्त इस ग्रंथ की जन्मशताब्दी मनाना हर दृष्टि से उत्तम है। उसी के साथ क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आजाद और भगत सिंह का भी जन्मशताब्दी वर्ष प्रारंभ हुआ है।ऐसे महत्वपूर्ण वर्ष यानी 2007 को केन्द्र में रखकर दैनिक तरुण भारत और तात्या टोपे नागरिक मण्डल, नागपुर ने “1857 के स्वातंत्र्य समर” पर एक निबंध प्रतियोगिता आयोजित की है। निबंध अधिकतम 2000 शब्दों में होना चाहिए। 18 वर्ष के ऊ‚पर का कोई भी भारतीय नागरिक इसमें भाग ले सकता है। महाविद्यालयीन छात्र अपने महाविद्यालय के प्राचार्य के हस्ताक्षर कराकर निबंध भेजें। अंग्रेजी, हिन्दी एवं मराठी, इन तीनों भाषाओं में से किसी एक भाषा में निबंध भेजा जा सकता है। इसके विजेताओं के लिए तीन नकद पुरस्कार हैं- प्रथम पुरस्कार 10 हजार रु., द्वितीय 7,500 रु. और तृतीय 5000 रु.। इसके अलावा कुछ प्रोत्साहन पुरस्कार भी दिए जाएंगे। पुरस्कार वितरण कार्यक्रम 28 मई, 2007 को तात्या टोपे नगर, गणेश मंदिर के पीछे, नागपुर में होगा। एक बार फिर बता दें कि एक बार फिर बता दें कि निबंध का विषय है “1857 का स्वातंत्र्य समर।” निबंध अपने पासपोर्ट आकार के चित्र के साथ ए-4 आकार के कागज पर टाइप कराकर 30 अप्रैल, 2007 तक निम्न पतों में से किसी एक पर भेजा जा सकता है-संयोजक: 1857 का स्वातंत्र्य समर- 150वीं स्मृति, द्वारा साहित्य प्रसार केन्द्र, पटवर्धन स्कूल के सामने, सीताबर्डी,नागपुर-440012संयोजक: 1857 का स्वातंत्र्य समर- 150वीं स्मृतिद्वारा दैनिक तरुण भारत, रामदास पेठ, नागपुर-440010संजय खण्डवे: आई-46, गणपति मन्दिर के पास, तात्या टोपे नगर, नागपुर-440015,दूरभाष: 0712-2523702, 2283530, 094236785779
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