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कांग्रेस को “गरीबों की चिंता”!कांग्रेस पार्टी की अध्यक्षा सोनिया गांधी को फिर से गरीबों व कई प्रांतों में बिगड़ रही कानून व्यवस्था की फिक्र होने लगी है। वे देश की “गंभीरता” से चिंता करने लगी हैं। यह अलग बात है कि वे उन राज्यों के प्रति कुछ ज्यादा “चिंतित” हैं जहां सरकार की बागडोर विपक्षी दलों के हाथों में है। श्रीमती गांधी की चिंता समझी जा सकती है। तीन राज्यों में चुनावी प्रक्रिया चल रही है। आखिर मतदाताओं को लुभाने के लिए कोई काम करो या न करो, परंतु काम की फिक्र तो करनी पड़ती ही है। तो सोनिया जी को भी चिंता सता रही है कि गरीब लोग किस तरह गुजर-बसर कर रहे हैं।विगत लोकसभा चुनाव में “कांग्रेस का हाथ गरीबों के साथ” व “गरीबी हटाओ” के नारे लगा कर मगरमच्छी आंसू बहाने वाली कांग्रेस पार्टी के शासन में गरीबों की कितनी चिंता की जा रही है इसका खुलासा करती है उनकी ही सरकार के वित्त मंत्रालय की रपट। इस रपट के अनुसार मुद्रास्फीति (महंगाई) की दर बढ़कर 6.12 फीसदी हो गई है जो पिछले कई सालों में सबसे अधिक है। यू.पी.ए. सरकार ने जब ढाई साल पहले सत्ता संभाली थी तो देश में मुद्रा प्रसार की दर मात्र 3 फीसदी के आसपास थी और “गरीब हितैषी” सरकार के मात्र ढाई साल के कार्यकाल में यह दोगुनी से भी अधिक हो गई है। केंद्रीय वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने खुद स्वीकार किया है कि इस दौरान आम उपभोग की वस्तुओं के दाम बेतहाशा बढ़े हैं। जब राजग सरकार ने सत्ता छोड़ी तो उस समय घरेलू गैस सिलेंडर 195 रुपए का था जो आज बढ़कर 305 रुपए का हो गया है।उत्तर प्रदेश में बंगलादेशी कट्टरवादी!हाल ही में हरकत-उल-जिहाद-ए-इस्लामी के एकआतंकवादी को दिल्ली में गिरफ्तार किया गया था जिससे चौंकाने वाले षडंत्र का खुला हुआ है। वे पश्चिमी उत्तर प्रदेश से विस्फोटक लेकर आया था। इन विस्फोटकों का इस्तेमाल राजधानी में कई जगह धमाके करने के लिए किया जाना था। पुलिस द्वारा गिरफ्तार आतंकवादी काफी दिन से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रह रहा था। उसने बताया कि बंगलादेश के “हूजी” कमांडरों ने उसे वह विस्फोटक उपलब्ध कराया था। यह आतंकवादी देवबंद के दारूल उलूम मदरसे में भी ठहरा था जहां वह छात्रों को आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने के लिए उकसाता था। लश्करे तोइबा, जैशे मोहम्मद, हिजबुल मुहाहिदीन, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आई.एस.आई. के अलावा बंगलादेश का आतंकी संगठन “हूजी” भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अपना जाल बिछाने में जुटा हुआ है। कुछ ऐसे युवकों के नाम भी आतंकी संगठनों के साथ जोड़े गए हैं जो पिछले कुछ सालों से अपने घर से लापता बताए गए हैं। ऐसे सुराग हाथ लगने के बाद खुफिया एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दर्जन भर जिले लश्करे तोयबा सहित कई आतंकी संगठनों की शरणस्थली बने हुए हैं। खुफिया एजेंसियों ने लगातार इसकी सूचना प्रशासन को दी है। भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ की गिरफ्तारी और मुस्लिम उपद्रवियों द्वारा पूरे शहर व आस-पास के क्षेत्रों में की गईं हिंसक घटनाओं को इससे अलग करके नहीं देखा जा सकता। लश्करे तोयबा और बंगलादेश के कुछ आतंकवादी गुटों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अंदरूनी गांवों तक अपने पैर पसारने की कोशिशें तेज कर दी हैं। उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों से पुलिस ने कुछ संदिग्ध युवकों को गिरफ्तार भी किया है।30
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