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रामसेतु विस्फोटक से उड़ाने की योजना?-शंकर महादेवनसंतों और हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के “चलो रामेश्वरम्” आह्वान पर गत 26 अगस्त को रामेश्वरम् में 30 हजार से अधिक रामभक्त एकत्र हुए। देशभर से रामसेतु रक्षा का संकल्प लेकर पहुंचे रामभक्तों के चेहरों पर सरकार के प्रति रोष साफ झलक रहा था। इस अवसर पर रामेश्वरम् के तट पर संतों के नेतृत्व में सभी श्रद्धालुओं ने पुन: संकल्प लिया कि रामसेतु नहीं तोड़ने दिया जाएगा, चाहे किसी भी सीमा तक जाकर विरोध करना पड़े। सरकार को सेतु समुद्रम परियोजना का मार्ग बदलना होगा। पिछले दिनों देशभर में रामसेतु रक्षण आन्दोलन में तीव्रता दिखाई दी है, मगर इसके बावजूद प्रशासन श्रीराम द्वारा निर्मित रामसेतु को तोड़ने पर आमादा दिखता है। इसकी कड़ी भत्र्सना करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के अन्तरराष्ट्रीय महामंत्री डा. प्रवीण तोगड़िया ने घोषणा की कि जब तक सरकार परियोजना मार्ग नहीं बदलती तब तक श्रृंखलाबद्ध विरोध-प्रदर्शन देशभर में जारी रहेंगे। 12 सितम्बर को सुबह 8 बजे से तीन घंटे के लिए रेल व सड़क यातायात जाम किया जाएगा। यह सरकार हिन्दुओं को अपना आंदोलन तेज करने को बाध्य कर रही है।डा. तोगड़िया के अलावा देशभर से आए वरिष्ठ संतों ने तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिन्दी में श्रद्धालुओं को सम्बोधित किया। डा. प्रवीण तोगड़िया ने आगे कहा कि रामसेतु भारत और श्रीलंका को जोड़ने वाला वह ऐतिहासिक सेतु है जिसका प्रयोग श्रीलंका के तमिल नागरिक रामेश्वरम यात्रा के लिए करते थे। वे रामेश्वरम मंदिर में दर्शन के लिए पैदल इस सेतु से आया करते थे। उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक प्रगति के वे विरोधी नहीं हैं मगर ऐसा करते हुए हिन्दुओं की भावनाएं आहत नहीं होनी चाहिए। डा. तोगड़िया ने आरोप लगाया कि रामसेतु के विध्वंस के लिए तरल विस्फोटकों का प्रयोग करने की गुप्त योजना चल रही है। अगर इस राष्ट्रीय धरोहर को कोई क्षति पहुंची तो देशवासी चुप नहीं बैठेंगे।इस सम्मेलन को साध्वी ऋतम्भरा और हिन्दू मुन्नानी के संरक्षक श्री रामगोपालन सहित अनेक संतों ने सम्बोधित किया। इससे पूर्व सुबह रामेश्वरम् में एक बड़ी विरोध रैली निकाली गई। रामेश्वरम् मंदिर में विशेष रुद्राभिषेक सम्पन्न हुआ। सम्मेलन स्थल पर यज्ञ भी किया गया। सम्मेलन में वरिष्ठ संतों के अतिरिक्त डा. एस. कल्याणरमण, रामसेतु रक्षा आन्दोलन के प्रदेश अध्यक्ष श्री एस. कुलंदैवल, रा.स्व.संघ के अ.भा. बौद्धिक प्रमुख श्री मधुभाई कुलकर्णी, क्षेत्र प्रचारक श्री सेतुमाधवन, जनता पार्टी के अध्यक्ष डा. सुब्राह्मण्यम स्वामी विशेष रूप से उपस्थित थे।सेतु समुद्रम परियोजना के अधिकारी 3 मीटर गहराई में 60 स्थानों पर रामसेतु को विस्फोट से उड़ाना चाहते हैं। स्थानीय पत्रकारों से बातचीत में विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री एस. वेदान्तम ने यह जानकारी दी। रामसेतु रक्षा आन्दोलन के अध्यक्ष श्री कुप्पुरामू ने मांग की कि सरकार यह विध्वंस की कार्रवाई निरस्त करते हुए रामसेतु तोड़ने गई नौकाओं को वापस बुलाए। उन्होंने कहा कि नहर परियोजना के नए अध्यक्ष श्री सुरेश इसी वजह से परियोजना स्थल का दौरा करने गए थे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर रामसेतु को विस्फोट से तोड़ा गया तो पूरे देश में हलचल पैदा होगी जो गंभीर परिस्थितियां निर्मित करेगी। द21
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