|
राज्य सभा सांसद सरदार तरलोचन सिंह ने कुछ समय पूर्व यानी 9 जुलाई को भारतीय नागरिक वायु सेवा “इंडियन” के अध्यक्ष श्री विश्वनाथ त्रिवेदी को पत्र लिखकर पूछा था कि भारतीय नागरिक विमानों पर अंग्रेजी में लिखे शब्दों “वी.टी.” का क्या अर्थ है? श्री सिंह ने बताया कि वी.टी. का अर्थ “वायसराय”ज टैरीटरी” है यानी वायसराय द्वारा नियंत्रित क्षेत्र। 1936 में जब पहला विमानन कोड शुरू हुआ था तब से यह भारतीय नागरिक विमानों पर अंकित किया जा रहा है। यह गुलामी का प्रतीक है अत: बताया जाए कि मंत्रालय के रिकार्ड में इस “वी.टी.” का क्या अर्थ है। 24 जुलाई को उनके इस पत्र के जवाब में श्री त्रिवेदी ने लिखा, “मैंने इसकी पड़ताल की है। इंडियन एयरलाइन्स के पास इस तरह का कोई कागज नहीं है जो यह बताता हो कि विमानों पर अंकित “वी.टी.” का अर्थ “वायसराय”ज टैरीटरी” है।” पाञ्चजन्य से बातचीत में श्री सिंह ने बताया कि रा.स्व.संघ के सरसंघचालक श्री कुप्.सी. सुदर्शन ने कुछ माह पूर्व एक चर्चा में यह जानकारी दी थी कि “वी.टी.” तब पराधीनता के काल में “वायसराय”ज टैरीटरी” के लिए लिखा जाता था, और, चूंकि श्री सिंह संसद की नागरिक उड्डयन समिति के सदस्य हैं, अत: वे इस मामले को उठायें और गुलामी के इस प्रतीक को हटवाने की कोशिश करें। श्री त्रिवेदी के पत्र के बाद 31 जुलाई को मुम्बई में जब सलाहकार समिति की एक बैठक में नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल शामिल हुए तो श्री सिंह ने यह मामला उनके सामने उठाया। श्री पटेल ने तुरंत “वी.टी.” के स्थान पर कोई भारतीय प्रतीक लगाए जाने पर सहमति प्रकट की। उन्होंने कहा कि चूंकि यह विमानों के पंजीकरण प्रक्रिया से जुड़ा विषय है, जिसका निर्धारण मांट्रियल स्थित विमानन संगठन करता है, अत: वे उस संगठन को पत्र लिखकर इस बदलाव हेतु पहल करेंगे। श्री सिंह ने बताया कि यह बहुत आश्चर्य की बात है कि भारत सरकार के एक मंत्रालय के पास अपने विभाग से जुड़ी पर्याप्त जानकारी तक नहीं है। श्री सिंह ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि अब जब नागरिक उड्डयन मंत्री ने आश्वासन दे दिया है तो फिर लगता है कि यह गुलामी का प्रतीक “वी.टी.” हमारे विमानों से हट जाएगा। प्रतिनिधि10
टिप्पणियाँ