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पेजावर स्वामी ने किया रामसेतु रक्षण का आह्वानगत 19 जून को हैदराबाद में तिरुमला-तिरुपति संरक्षण समिति की ओर से विजयोत्सव अभिनंदन सभा का आयोजन किया गया। यह सभा आंध्र की रेड्डी सरकार द्वारा हाल ही में किसी भी धर्म-पंथ के उपासना स्थल पर किसी अन्य मत-पंथ के प्रसार पर रोक लगाने के स्वागत हेतु आयोजित की गई थी। सभा में पेजावर स्वामी पूज्य विश्वेश्तीर्थ जी सहित अनेक संत-महात्मा और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। इससे पहले तिरुमला-तिरुपति संरक्षण समिति की कार्यकारी समिति की बैठक हुई। इसमें समिति के पदाधिकारियों एवं पेजावर स्वामी के अतिरिक्त पूज्य शिवानंद मूर्ति भी इस बैठक में शामिल हुईं। पूज्या शिवानंद मूर्ति ने मांग की कि हिन्दू मंदिरों में कार्यरत अहिन्दू कर्मचारियों को वहां से हटाया जाना चाहिए, मंदिरों के पैसा का किसी सेकुलर कार्य या विकास कार्य के नाम पर दुरुपयोग बंद होना चाहिए, यह पैसा धार्मिक कार्यों पर ही खर्च होना चाहिए।इसके बाद नगर के प्रमुख मार्गों से संतों-महात्माओं की शोभायात्रा निकली जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया। शोभायात्रा का समापन जनसभा स्थल पर हुआ जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहले से ही एकत्रित थे। सभा में पेजावर स्वामी ने तिरुमला-तिरुपति देवस्थानम के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री ए.पी.वी.एन. शर्मा और पूर्व आई.ए.एस.अधिकारी एवं राजस्व सचिव श्री सुब्बाराव, जिनकी इस अध्यादेश के बनने में विशेष भूमिका रही है, का अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर अपने आशीर्वचन में पेजावर स्वामी ने कहा, “यह सत्कार्य भगवान वेंकटेश्वर की कृपा से ही हुआ है। हिन्दू समाज के सामने आज अनेक चुनौतियां हैं जिनका सामना करना होगा।” श्री रामसेतु रक्षण का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि कभी श्री रामसेतु को बनाने में वानरों ने भगवान राम की सहायता की थी। आज कुछ मानव दानव बन गए हैं। हमें इस धार्मिक धरोहर की रक्षा करनी होगी।इस अवसर पर श्री गोकाराजू गंगा राजू, श्री हनुमंथप्पा, श्री गोपाल कृष्ण गोखले, पूर्व विधायक श्री मोहन रेड्डी, श्रीमती सत्यवाणी, श्री सुब्बाराव सहित अनेक वरिष्ठ संतजन उपस्थित थे। वि.सं.के., हैदराबाद31
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