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ईसाई मिशनरी स्कूल मेंगैर ईसाई छात्रों के साथ भेदभाव0अभाविप और हिन्दू जागरण मंच द्वारा विरोध प्रदर्शनउत्तराखंड में सेवा के नाम पर ईसाई मिशनरियों द्वारा संचालित विद्यालयों में गैर ईसाई छात्रों के साथ भेदभाव किया जा रहा है, जिसकी शिकायतें समय-समय पर स्थानीय जन करते रहे हैं। ऐसा ही एक मामला 16 जुलाई को विकासनगर (देहरादून) में उस समय सामने आया जब सेन्ट मेरी कान्वेन्ट स्कूल से 10वीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले मन्नु कपूर को उसी विद्यालय के प्रशासन ने 11वीं कक्षा में प्रवेश नहीं दिया। विद्यालय द्वारा मन्नु से पांच हजार रुपए शुल्क के रूप में भी वसूले गये। बाद में दो हजार रुपए काट कर बाकी विद्यालय प्रशासन ने मन्नु को लौटा दिये। विद्यालय ने तर्क दिया कि उसके प्राप्तांक कम हैं, जिस कारण उसे विद्यालय में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। लेकिन लोगों को आश्चर्य तो तब हुआ जब उसी विद्यालय ने 52 प्रतिशत अंक पाने वाले ईसाई छात्र को, जो कि किसी अन्य विद्यालय से 10वीं कक्षा करके आया था, प्रवेश दे दिया जबकि मन्नु ने 67 प्रतिशत अंक प्राप्त किये थे। ऐसा नहीं है कि मन्नु ही अकेला ऐसा छात्र है जिसके साथ यह घटना हुई। विद्यालय में कई छात्रों के साथ विद्यालय प्रशासन ने ऐसा दुर्भावनापूर्ण व्यवहार किया है। जब इस संबंध में राजकीय महाविद्यालय, डाकपत्थर के छात्र संघ अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह हैप्पी अपने दो साथियों के साथ सेंट मेरी स्कूल गये और उन्होंने प्रधानाचार्य सिस्टर जया से जानकारी मांगी तो गुरप्रीत सिंह व उनके साथियों के साथ अभद्रता की गई तथा सुरक्षाकर्मियों की मदद से उन्हें धक्का मारकर स्कूल से बाहर धकेल दिया गया।इस घटना के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एवं हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने प्रधानाचार्य के खिलाफ आन्दोलन की चेतावनी दी, लेकिन फिर भी विद्यालय प्रशासन ने कोई सकारात्मक रुख नहीं अपनाया। तब विद्यार्थी परिषद व हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ जुलूस निकाला। जुलूस के साथ स्कूल पहुंचे सैकड़ों छात्र विद्यालय परिसर में घुस गये और विरोध प्रदर्शन करने लगे। तब उपजिलाधिकारी एस.पी. द्विवेदी ने विद्यालय पहुंचकर जांच का आश्वासन दिया और एक सप्ताह के भीतर छात्रों को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का वायदा भी किया। पहले भी इस स्कूल से जुड़े कई गंभीर मामले सामने आये थे। विद्यालय में अश्लील फिल्म दिखाने का मुद्दा कुछ महीनों पहले जोर-शोर से उठा था। पिछले वर्ष देहरादून के पास हरबर्टपुर में “चिल्ड्रन होम” के प्रबंधक द्वारा छात्राओं के बलात्कार तथा अश्लील हरकतें करने का मामला भी प्रकाश में आया था। -सुभाष चन्द्र जोशी29
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