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कानून बने, मंदिर बने-प्रयाग से हरिमंगलप्रयाग में अद्र्ध कुम्भ के अवसर पर संगम तट पर आयोजित 12वीं धर्मसंसद में आये पूज्य धर्माचार्यों ने अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर के निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पुन: दोहराते हुए स्पष्ट किया कि अयोध्या की सीमा में मस्जिद का निर्माण नहीं होने देंगे। उन्होंने साफ कहा कि यदि किसी संत, संस्था या सरकार ने ऐसा कुत्सित प्रयास किया तो इसका परिणाम बहुत ही विध्वंसकारी होगा।डा. राम कमल दास वेदान्ती के शिविर में 16 व 17 जनवरी को आयोजित धर्म संसद में दो प्रस्ताव, हिन्दुओं की एकता और श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मन्दिर निर्माण, पारित किए गए। धर्म संसद में उपस्थित विश्व हिन्दू परिषद् के अन्तरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अशोक सिंहल ने कहा कि जब देश में सेकुलर राजनीति समाप्त होगी तथा हिन्दुत्वनिष्ठ राजनीति का उदय होगा तभी हिन्दुओं के मानबिन्दुओं की रक्षा होगी। श्री सिंहल ने कहा कि देश की धार्मिक एवं सांस्कृतिक आजादी के लिए हम शुरू से प्रयास कर रहे हैं। 1966 में हमने सभी पंथों, सम्प्रदायों, मठ-मन्दिरों के पूज्य धर्माचार्यों को एक मंच पर एकत्र किया था। उसके बाद से लगातार इस दिशा में कार्य हो रहा है।उन्होंने कहा कि आगामी अक्तूबर व नवम्बर माह में एक बड़ा आन्दोलन चलाया जायेगा जिसमें देश के उन लाखों गांवों में राम मन्दिर निर्माण कराया जायेगा जहां अभी कोई मंदिर नहीं है। विश्व हिन्दू परिषद् उन मंदिरों में मूर्ति स्थापना के साथ ही वहां पूजा-अर्चना की भी व्यवस्था करेगी।महामण्डलेश्वर स्वामी हंसदास द्वारा रखे गए “हिन्दू एकता” प्रस्ताव पर पूज्य शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा कि आज आवश्यक हो गया है कि हिन्दू एक दो नहीं अपितु दस-दस पुत्र पैदा करें, ताकि हिन्दू हितों पर प्रहार करने वालों से लड़ा जा सके। श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा कि हिन्दू एकता में सबसे बड़ी बाधा जातीय द्वेष है जिसे देश के राजनीतिज्ञ फैला रहे हैं।धर्म संसद में विश्व हिन्दू परिषद् के महामंत्री डा.प्रवीण भाई तोगड़िया ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के तीन रास्ते हैं-पहला वार्ता द्वारा, जिसकी सम्भावना नहीं दिख रही है, दूसरा अदालत के निर्णय से, लेकिन अदालत की लम्बी और कठिन प्रक्रिया से परिणाम की आशा नहीं, और तीसरा सरकार उसी प्रकार कानून बनाये जैसे सोमनाथ मंदिर के लिए बनाया गया था। डा. तोगड़िया ने कहा कि इस प्रकार के प्रयास के लिए हिन्दुओं को एकजुट होकर दबाव बनाना पड़ेगा।14
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