हिन्दू शरणार्थियों को नागरिकता का सवाल
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

हिन्दू शरणार्थियों को नागरिकता का सवाल

by
Mar 6, 2007, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 06 Mar 2007 00:00:00

हिन्दू हैं इसलिए सुनवाई नहीं?1947में पश्चिम पाकिस्तान से शरणार्थी के रूप में जम्मू-कश्मीर आए हिन्दुओं की वेदना कौन सुनेगा। राज्य के दो क्षेत्रों की राजनीति उनकी समस्या के समाधान की राह में रोड़े अटका रही है। पाकिस्तान से आए इन हिन्दू शरणार्थियों के संदर्भ में मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद द्वारा 12 मई को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक राजनीतिक दोषारोपण का अखाड़ा बनकर रह गई। सत्तारूढ़ घटक पी.डी.पी., विपक्षी दल नेशनल कांफ्रेंस तथा अन्य दल जैसे पी.डी.एफ., माकपा ने इन शरणार्थियों को स्थानीय नागरिक का दर्जा देने का विरोध किया। उल्लेखनीय है कि इन हिन्दू शरणार्थियों की संख्या करीब 4 लाख है। पी.डी.पी. ही नहीं, कांग्रेसी नेता और कृषि मंत्री हाकिम यासिन और माकपा नेता यूसुफ तारिगामी ने भी तरह-तरह से विरोध उत्पन्न किए। हालांकि पाकिस्तान से आए इन हिन्दू शरणार्थियों में से उन लोगों को तो भारत सरकार ने जमीन व संपत्ति के रूप में मुआवजा दिया है जो दिल्ली, पंजाब, हरियाणा व अन्य राज्यों में बसे हैं। मगर जम्मू-कश्मीर की सरकारों ने इस मुद्दे को हमेशा ही टाला है। घाटी के नेताओं को शायद इस बात का खतरा रहा है कि इन हिन्दू शरणार्थियों को बसाने से कहीं राज्य का जनसांख्यिक स्वरूप न बदल जाए। मुफ्ती मोहम्मद सईद ने तो अपना पहला विधानसभा चुनाव उस रणबीर सिंह पुरा क्षेत्र से जीता था जहां इन शरणार्थियों की काफी आबादी है। मुफ्ती ने तब इनसे बहुत वायदे किए थे, मगर धरातल पर कभी कुछ किया नहीं है। जम्मू, साम्बा और कठुआ में बसे इन शरणार्थियों को वोट देने तक का अधिकार नहीं है। न ही उन्हें राज्य सरकार की नौकरियां दी जाती हैं, न व्यावसायिक संस्थानों में दाखिला। राज्य के मुस्लिम स्वरूप को बचाए रखने की कोशिश में जुटे इन नेताओं को यह भी लगता है कि हिन्दू शरणार्थियों को स्थायी दर्जा देने से “राज्य नागरिक कानून” का उल्लंघन हो जाएगा। दूसरी ओर भाजपा, कांग्रेस, जम्मू-कश्मीर पैंथर्स पार्टी, बसपा, जम्मू स्टेट मोर्चा आदि दल, जिनका जम्मू क्षेत्र में आधार है, इन शरणार्थियों को स्थायी नागरिक का दर्जा देने के पक्षधर रहे हैं। स्थायी नागरिक का दर्जा न होने के कारण इन शरणार्थियों से राज्य में भेदभाव बरता जा रहा है। यह भेदभाव भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकारों के विपरीत तो है ही, अंतरराष्ट्रीय कानूनों के भी खिलाफ है जिनके अनुसार यदि किसी राज्य में कोई व्यक्ति 20 वर्ष से अधिक समय से रहता है तो उसे नागरिकता दी जानी चाहिए।38

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वाले 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies