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श्रद्धालुओं के उत्साह के सामनेपरास्त हुआ आतंकवाद-जम्मू से खजूरिया एस.कान्त17अगस्त को वेद मंदिर, जम्मू में विशेष यज्ञ में पूर्णाहुति के साथ बूढ़ा अमरनाथ यात्रा का श्रीगणेश हुआ। यज्ञ की पूर्णाहुति साध्वी ऋतंभरा ने की। इस अवसर पर बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक श्री प्रकाश शर्मा, विश्व हिन्दू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष डा. रमाकान्त दुबे सहित अलग-अलग राज्यों से आए श्रद्धालुगण उपस्थित थे। यह यज्ञ यात्रा को सफल बनाने, रियासत और देश में शांति एवं भाईचारा कायम रखने का आह्वान करने हेतु आयोजित किया गया था। इसके बाद धर्म ध्वजारोहण हुआ। साध्वी ऋतंभरा ने यह धर्म ध्वज यात्रा प्रमुख श्री रविदेव आनंद व सह यात्रा प्रमुख श्री सुशील सूदन को सौंप कर शोभा यात्रा की औपचारिक रवानगी की। इससे पूर्व साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि भारत की संस्कृति में धर्म का स्थान सर्वोपरि है और मानवता के लिए यह अति प्रासंगिक और अनिवार्य भी है। धर्म और इसके प्रति निष्ठा का होना अत्यन्त आवश्यक है। यदि हम धर्म की रक्षा करते हैं तो हमारे द्वारा रक्षित धर्म हमारी रक्षा करेगा। पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए उसे आतंकवाद का जनक बताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जहां एक ओर शांति प्रक्रिया के तहत अपने को साफ दिखाने की कोशिश कर रहा है वहीं सीमा पार से घुसपैठ जारी है। साध्वी ऋतम्भरा ने कहा कि हिन्दुओं को जातिवाद और अन्य भेदों को भुलाकर अपनी संगठित शक्ति दिखानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज एकजुट होकर सभी आसुरी शक्तियों का मुकाबला करे। यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए दीदी मां ने कहा कि वह देश और रियासत में अमन की दुआ भोले बाबा के दरबार में जरूर करें।इसके बाद वेद मंदिर से शोभा यात्रा आरम्भ हुई। बाबा चट्टानी, बम बम भोले, जय बाबा बूढ़ा अमरनाथ के जयघोषों के बीच शोभा यात्रा शहर के अंबफला, पंजतीर्थी, पुरानी मंडी, चौक चबूतरा से होकर रणवेश्वर मंदिर पर सम्पन्न हुई। यहां जलाभिषेक कार्यक्रम हुआ। शोभा यात्रा में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड, जोधपुर, जयपुर, उड़ीसा आदि प्रांतों से आए श्रद्धालुओं के अलावा स्थानीय लोगों ने भी भाग लिया।बाबा बूढ़ा अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था शनिवार 18 अगस्त को वेद मंदिर से मंडी तहसील (पुंछ) के लिए रवाना हुआ। विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष डा. रमाकांत दुबे ने झंडी दिखाकर जत्थे को रवाना किया।बूढ़ा अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे में कई यात्री ऐसे भी थे, जो लगातार तीसरी बार बाबा चट्टानी के दर्शनों के लिए आए थे। हालांकि रियासत में जारी आतंकवाद के कारण कई लोग यहां आने से कतराते हैं, लेकिन राष्ट्र एवं शिव भक्ति से ओतप्रोत इन भक्तों ने कहा कि यह भगवान भोले की महिमा ही है जो हर वर्ष उन्हें यहां खींच लाती है। एक ओर जहां बूढ़ा अमरनाथ जाने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ रही है, वहीं आतंकवाद प्रभावित पुंछ जिले के हिन्दुओं के हौंसले बुलंद हैं। यही कारण है कि पुंछवासी देशभर से आ रहे यात्रियों का बढ़-चढ़कर स्वागत कर रहे हैं।21
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