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भाजपा कार्यकर्ता प्रमोद की हत्या0 माकपाई अन्तर्कलह के निशाने पर अब संघ और भाजपा कार्यकर्ताकण्णूर से 35 कि.मी. दूर कूठम्परम्बा में एक भाजपा कार्यकर्ता की गत 16 अगस्त को हत्या कर दी गई जबकि कथित माक्र्सवादी गुंडों ने एक अन्य कार्यकर्ता को बुरी तरह घायल कर दिया। 33 वर्षीय एन. प्रमोद और 36 वर्षीय प्रकाश पर सुबह 7.30 बजे मूरियाद में उस समय हमला किया गया जब वे अपने काम पर जा रहे थे। इस हमले में नादुचिरा के निवासी प्रमोद की मौत हो गई जबकि अयोध्या नगर के प्रकाश को बुरी तरह घायल कर दिया गया। प्रकाश को कोझीकोड के मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती किया गया। प्रमोद मूरियाद गांव के अयोध्या नगर में भाजपा का बूथ अध्यक्ष था। उसकी धर्मपत्नी बिन्दु और ढाई वर्ष की बेटी नंदू इस सदमे से उबर नहीं पा रहे हैं। भाजपा नेताओं ने इस हमले में माकपा का कथित हाथ बताया है। राज्य भाजपा द्वारा जारी एक बयान में बताया गया कि प्रमोद एक कम्युनिस्ट परिवार से था और उसका बड़ा भाई माकपा की स्थानीय समिति का सचिव था।घटनाक्रम के अनुसार 20 हत्यारों के दल ने वलिया वेलियम औद्योगिक क्षेत्र के पास चुलिकुन्निल में 5 लोगों पर हमला किया था। उनमें से तीन बच निकलने में सफल रहे जबकि दो प्रमोद और प्रकाश इस हमले का शिकार हुए। प्रमोद ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया।भाजपा और रा.स्व.संघ ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे माकपा की उसकी अंतर्कलह से लोगों का ध्यान हटाने की साजिश बताया है। संघ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “माकपा यह न समझे कि उसकी यह हिंसक कार्रवाई अनदेखी रह जाएगी। गुंडा तत्वों से घिरे माकपा नेतृत्व को समझ लेना चाहिए कि संघ कार्यकर्ता मूक रहकर यह सब बर्दाश्त नहीं करेंगे।” उन्होंने कहा कि कण्णूर के माकपाई नेताओं की हिंसक पृष्ठभूमि रही है।पुलिस की विशेष शाखा के सूत्रों ने पांचजन्य को बताया कि माकपा में इस समय अंतर्कलह चरम पर है और शायद उसी से जनता का ध्यान हटाने के लिए यह हिंसक कार्रवाई की गई है।इस घटना के विरोध में 17 अगस्त को भाजपा और संघ की ओर से कण्णूर बंद का आह्वान किया गया था, जो बहुत हद तक सफल रहा। कण्णूर विश्वविद्यालय ने उस दिन होने वाली परीक्षाएं स्थगित कर दीं। प्रदेश भाजपाध्यक्ष कृष्णदास ने कहा कि यह घटना जिले की शांति को भंग कर सकती है। कण्णूर के लोगों को भय है कि कहीं हिंसा का पुराना दौर फिर से लौट न आए। पर्यवेक्षकों का मानना है जब जब माकपानीत वाममोर्चा सत्ता में आता है, कण्णूर में हिंसा बढ़ जाती है।पुलिस सूत्रों के अनुसार, थलासेरी के विधायक और राज्य के गृह मंत्री कोडियरी बालकृष्णन की कण्णूर में उपस्थिति के कारण संभवत: हत्यारों के हौंसले बढ़े हुए थे।26
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