|
जनजातीय समाज भारत माता की रक्षा का अक्षुण्ण कवच है-ब्राह्मदेव शर्मा “भाई जी”राष्ट्रीय संगठन मंत्री, विद्या भारती अ.भा. शिक्षा संस्थानगत दिनों विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री ब्राह्मदेव शर्मा “भाई जी” त्रिपुरा तथा दक्षिण असम, मिजोरम आदि पूर्वोत्तर राज्यों के प्रवास पर रहे। इस दौरान उन्होंने कई कार्यक्रमों में भाग लिया। 26 फरवरी को भाई जी ने अगरतला स्थित गांधी ग्राम प्रकल्प तथा बंगलादेश सीमा का अवलोकन किया। 27 फरवरी को उन्होंने त्रिपुरेश्वरी शिशु मन्दिर, धर्मनगर के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया। 28 फरवरी को उन्होंने बंगलादेश की सीमा पर स्थित सरस्वती विद्या निकेतन, करीमगंज के 10 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों एवं अविभावकों को सम्बोधित भी किया। 1 मार्च को भाई जी मिजोरम की सीमा पर स्थित लाईरेब्दी विद्या निकेतन, धनीपुर में आयोजित जनजाति शिक्षा सम्मेलन में शामिल हुए। सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा, “पूर्वोत्तर का जनजातीय समाज भारत माता की सुरक्षा का अक्षुण्ण कवच है। पूर्वोत्तर का इतिहास, जनजातीय समाज की वीरता एवं लोक-परम्परा की अक्षुण्णता हिन्दुत्व का आधार है। विद्या भारती इसी अक्षुण्णता को ध्यान में रखकर बाल्यावस्था से ही विद्यार्थियों को राष्ट्रभक्ति के संस्कार से पुष्ट करने का प्रयास 1952 से कर रही है।” 1 मार्च को ही सिल्चर में विशाल शोभा यात्रा निकाली गई। इसका आयोजन बराक घाटी में सरस्वती विद्या निकेतन की रजत जयन्ती के अवसर पर हुआ था। अपने प्रवास के दौरान भाई जी ने विभिन्न कार्यक्रमों में मेधावी छात्रों को सम्मानित भी किया। -प्रतिनिधि24
टिप्पणियाँ