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-मोहनराव भागवत, सरकार्यवाह, रा.स्व.संघवचनेश जी के जाने से एक प्रेरक जीवन और उस जीवन से नि:सृत प्रेरक लेखन अस्त हो गया है। निर्भय और बेबाक रूप से राष्ट्रहित में ही लिखना और राष्ट्रहित के लिए जीवन जीने की प्रेरणा तरुणों में जगाने के लिए ही लिखना, ऐसा उनका स
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