बाड़मेर-जैसलमेर में बाढ़स्वयंसेवकों ने बांटा दर्द,बढ़ाए राहत के हाथ- बाड़मेर से आनंद कुमार गुप्ताअज्ञात
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

बाड़मेर-जैसलमेर में बाढ़स्वयंसेवकों ने बांटा दर्द,बढ़ाए राहत के हाथ- बाड़मेर से आनंद कुमार गुप्ताअज्ञात

by
Oct 9, 2006, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 09 Oct 2006 00:00:00

बाड़मेर-जैसलमेर में बाढ़स्वयंसेवकों ने बांटा दर्द,बढ़ाए राहत के हाथ- बाड़मेर से आनंद कुमार गुप्ताअज्ञात शवों का अंतिम संस्कार किया स्वयंसेवकों नेबाढ़ के पानी में डूबा पश्चिमी राजस्थान का एक गांवजलमग्न गांव में राहत सामग्री बांटते हुए स्वयंसेवकदेश का सबसे सूखा-ग्रस्त रेगिस्तानी क्षेत्र है पश्चिमी राजस्थान, जहां के लोग लगभग सालभर पानी के लिए तरसते हैं। आज इसी क्षेत्र के बाड़मेर और जैसलमेर में हुई 723 मि.मी. वर्षा के कारण आई बाढ़ ने पिछले कई वर्षों का रिकार्ड तोड़ दिया है। झिझनियाली (जैसलमेर) से भाखड़ा पहुंचने वाली रोहली नदी ने नींबला नदी के साथ मिलकर जबरदस्त तबाही मचाई है। लगभग 100 किलोमीटर बहकर आए इस पानी ने कवास, भाखड़ा, चौखला, नींबला, रोहली, भीमड़ा, माडपुरा, बरवाला, चवा, डाबली, शिव, गिराब, मौखाब, मलवा, मूढ़ों की ढाणी, दर्जियों की ढाणी, लालाणियों की ढाणी, भुरटिया समेत 40 गांव और ढाणियों को अपनी चपेट में ले लिया।गत 21 अगस्त की आधी रात से इस क्षेत्र में बाढ़ का प्रकोप शुरू हुआ। स्थिति बिगड़ती देख अगले दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बायतु तहसील के कार्यवाह श्री गोपाल चौधरी के नेतृत्व में एक दल ने बचाव कार्य शुरू किया। बाढ़ के पानी से बचने के लिए कई लोग रेत के टीले पर शरण लिए हुए थे। इस दल ने उन लोगों तक भोजन के 1500 पैकेट पहुंचाए। स्वंयसेवकों की इस सक्रियता को देखकर स्थानीय प्रशासन भी हरकत में आया। जिला कलक्टर श्री सुबीर कुमार ने तुरंत कार्यवाई करते हुए बाढ़ क्षेत्र में राहत कार्य शुरु करने के लिए सेना, वायु सेना और नौ सेना की मदद मंगाई। सेना के साथ मिलकर बाड़मेर के विभाग प्रचारक श्री निम्बाराम ने हेलीकाप्टर से बाढ़ में फंसे लोगों तक भोजन के 800 पैकेट पहुंचाए। बाड़मेर जिला संघचालक श्री पुखराज गुप्ता ने बताया कि संघ ने बाढ़ राहत कार्य के लिए चार सहायता केंद्र-बाड़मेर, शिव, बायतु एवं गडरा में खोले हैं। उन्होंने जनता से भी बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए अधिक से अधिक मदद सहायता केंद्र तक पहुंचाने की अपील की। राजस्थान के इन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वयंसेवकों द्वारा अब तक 15,000 भोजन के पैकेट, 1,000 तिरपाल, 3,000 कंबल, कपड़े, बर्तन, पानी की थैलियां और खाद्य सामग्री (गुड़, चने, चाय, चीनी, नमक, मिर्ची, हल्दी, धनिया, आटा, चावल, तेल, शक्कर, पाउडर, दूध, मोमबत्ती, दियासलाई) बांटी जा चुकी है।रा.स्व.संघ के साथ सेवा भारती, सीमा जन कल्याण समिति, और भारतीय जनता पार्टी भी कंधे से कंधा मिलाकर राहत कार्य में सहयोग कर रही है। स्वयंसेवक आज भी दलदल एवं कीचड़ भरी जगहों पर 2-2 किलोमीटर पैदल चलकर रस्सी के सहारे बाढ़ पीड़ितों तक सहायता पहुंचा रहे हैं। बालोतुरा-बायतु के स्वयंसेवक, जो तैराक थे, नौसेना के साथ मिलकर लावारिस शवों को ढूंढकर उनका अंतिम संस्कार कर रहे हैं। इन व्यवस्थित और सुचारू रूप से चलने वाले राहत कार्य को देखकर कई अन्य स्वयंसेवी संगठन भी आगे आए लेकिन वे वहां तक ही जा पाए जहां तक सड़क थी।जैसलमेर और बाड़मेर में बाढ़ का बहाव इतना तेज था कि यहां के कई पक्के मकानों के भी नामोनिशान नहीं बचे। सबसे अधिक प्रभावित कवास गांव हुआ जहां अब भी 15-18 फीट पानी जमा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में करीब 3 लाख लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 1 लाख से अधिक पशुधन काल के गाल में समा गए। अब तक ज्ञात-अज्ञात 150 शवों को निकाला जा चुका है, लेकिन सैकड़ों लोग अब भी लापता हैं। उधर इस क्षेत्र में महामारी फैलने की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने मृत पशुओं को दफनाने के उपाय शुरू कर दिए है। साथ ही लोगों को चिकित्सीय सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं।36

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

स्वामी दीपांकर

1 करोड़ हिंदू एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने की “भिक्षा”

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

दिल्ली-एनसीआर में 3.7 तीव्रता का भूकंप, झज्जर था केंद्र

उत्तराखंड : डीजीपी सेठ ने गंगा पूजन कर की निर्विघ्न कांवड़ यात्रा की कामना, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के लिए दिए निर्देश

काशी में सावन माह की भव्य शुरुआत : मंगला आरती के हुए बाबा विश्वनाथ के दर्शन, पुष्प वर्षा से हुआ श्रद्धालुओं का स्वागत

वाराणसी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर FIR, सड़क जाम के आरोप में 10 नामजद और 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

स्वामी दीपांकर

1 करोड़ हिंदू एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने की “भिक्षा”

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

दिल्ली-एनसीआर में 3.7 तीव्रता का भूकंप, झज्जर था केंद्र

उत्तराखंड : डीजीपी सेठ ने गंगा पूजन कर की निर्विघ्न कांवड़ यात्रा की कामना, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के लिए दिए निर्देश

काशी में सावन माह की भव्य शुरुआत : मंगला आरती के हुए बाबा विश्वनाथ के दर्शन, पुष्प वर्षा से हुआ श्रद्धालुओं का स्वागत

वाराणसी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर FIR, सड़क जाम के आरोप में 10 नामजद और 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

Udaipur Files की रोक पर बोला कन्हैयालाल का बेटा- ‘3 साल से नहीं मिला न्याय, 3 दिन में फिल्म पर लग गई रोक’

कन्वर्जन की जड़ें गहरी, साजिश बड़ी : ये है छांगुर जलालुद्दीन का काला सच, पाञ्चजन्य ने 2022 में ही कर दिया था खुलासा

मतदाता सूची मामला: कुछ संगठन और याचिकाकर्ता कर रहे हैं भ्रमित और लोकतंत्र की जड़ों को खोखला

लव जिहाद : राजू नहीं था, निकला वसीम, सऊदी से बलरामपुर तक की कहानी

सऊदी में छांगुर ने खेला कन्वर्जन का खेल, बनवा दिया गंदा वीडियो : खुलासा करने पर हिन्दू युवती को दी जा रहीं धमकियां

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies