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सुसिद्ध कथावाचक एवं आध्यात्मिक पुनर्जागरण के सिपाही संत श्री रमेश भाई ओझा को अन्तरराष्ट्रीय पत्रिका हिन्दुइज्म टुडे द्वारा 2006 के “वर्ष के हिन्दू” सम्मान से सम्मानित किया गया है। हिन्दू धर्म के प्रचार-प्रसार में उल्लेखनीय योगदान के लिए यह पुरस्कार “हिन्दुइज्म टुडे” द्वारा प्रतिवर्ष किसी एक विभूति को दिया जाता है। श्री रमेश भाई ओझा राम कथा के अतिरिक्त महाभारत और भगवद्गीता पर भी प्रवचन करते हैं। उन्होंने गुजरात के पोरबन्दर तट पर पुजारियों के प्रशिक्षण हेतु “संदीपनी विद्या निकेतन” की स्थापना भी की है, जो भारत के प्रमुख पुजारी प्रशिक्षण संस्थानों में से एक है।38
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