गहरे पानी पैठ
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गहरे पानी पैठ

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Aug 1, 2006, 12:00 am IST
in Archive
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दिंनाक: 01 Aug 2006 00:00:00

रेडियो पर कट्टरपंथी राग

पाकिस्तान के सीमावर्ती प्रान्त में इन दिनों कट्टरपंथ पर आधारित कार्यक्रमों के 90 एफ.एम. रेडियो स्टेशन चल रहे हैं। श्रीनगर से प्रकाशित होने वाले दैनिक “रोशनी” ने समाचार एजेंसी यू.एन.एन. के हवाले से लिखा है कि पाकिस्तान के सीमावर्ती राज्य में गैरकानूनी तौर पर 90 एफ.एम. रेडियो स्टेशन हैं। इन रेडियो स्टेशनों से कट्टरवाद पर आधारित कार्यक्रम प्रसारित किए जाते हैं। पाकिस्तान के अंग्रेजी दैनिक “डेली टाइम्स” ने भी गुप्तचर एजेंसियों के हवाले से बताया है कि सीमावर्ती प्रान्त के सवाबी क्षेत्र में ऐसे 27 एफ.एम. रेडियो स्टेशन काम कर रहे हैं। ये रेडियो कट्टरपंथियों में बहुत लोकप्रिय हैं। वे इनकी “फ्रीक्वेंसी” का भी इस्तेमाल अपने संचार तंत्र के लिए करते हैं। गुप्तचर एजेंसियों ने ऐसे 90 एफ.एम. रेडियो को ढूंढ़ लिया है, यह संख्या ज्यादा भी हो सकती है। वैसे भी सीमावर्ती प्रान्त में तालिबान समर्थकों का बोलबाला है। दूसरी ओर श्रीनगर से प्रकाशित होने वाले दैनिक “उकाब” ने “हिंसा के विरुद्ध इस्लामी दुनिया एक” शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया है, जिसके अनुसार पिछले दिनों इस्लामी देशों के संगठन “ओ.आई.सी.” का अधिवेशन मक्का में समाप्त हुआ। इसके बाद सभी 56 देशों के नेताओं ने काबा की यात्रा की। सभी नेताओं ने इस्लाम को बदनाम करने की साजिशों का मुकाबला करने का एलान किया और कहा कि आतंकवाद और वैध आन्दोलन के बीच अन्तर किया जाना चाहिए। उन्होंने आतंकवाद और खून-खराबे से मुसलमानों को दूर रहने की सलाह भी दी। एक तरफ रेडियो पर चौबीसों घंटे कट्टरपंथी राग और दूसरी तरफ हिंसा से दूर रहने की अपील, असर किसका ज्यादा होगा, जरा सोचिए!

पश्चिम से दोस्ती की चाह

लीबिया की राजधानी त्रिपोली में वहां के सर्वोच्च न्यायालय ने 5 बुल्गेरियाई नर्सों और एक फिलिस्तीनी डाक्टर के विरुद्ध बच्चों को एड्स संक्रमित इंजेक्शन लगाने के मामले में सजा-ए-मौत के फैसले को बदल दिया है। अदालत ने इस मामले की फिर से सुनवाई के आदेश जारी किए हैं। इसे लीबिया और पश्चिम के बीच पैदा हुए तनाव को दूर करने की एक कोशिश माना जा रहा है। उधर बुलगारिया के राष्ट्रपति ने इसमें कुछ सुलह-सफाई की उम्मीद जाहिर की। खबर है कि लीबिया के राष्ट्रपति मोअम्मर गद्दाफी पश्चिम से संबंध सुधारने के लिए बहुत दिनों से प्रयासरत हैं। ऐसे में इस तरह का मामला उछलने से तनाव पैदा हो गया है। गद्दाफी नहीं चाहते थे कि तनाव और बढ़े इसलिए नर्सों के इस मामले का ऐसा निपटारा चाहते थे ताकि लीबिया को शर्मिन्दा महसूस न होना पड़े। यूरोप और अमरीका ने लीबिया पर आरोप लगाया था कि वह 400 बच्चों को संक्रमित इंजेक्शन लगाने का बेवजह आरोप लगा रहा है। यह घटना लीबिया के बेनघाजी शहर के एक अस्पताल में घटी थी।

घर का सर्वेक्षण

पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले चार साल सिवाय मौज-मस्ती के कुछ नहीं किया। अब होश आया तो अगले चुनाव में जीतने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में हाल ही में पंजाब का सर्वेक्षण कराया गया। ओ.आर.जी. मार्ग द्वारा जारी ताजा सर्वेक्षण में बताया गया है कि राज्य के 54 फीसदी लोग कैप्टन अमरिंदर सिंह को और 34 फीसदी प्रकाश सिंह बादल को मुख्यमंत्री के रूप में पसन्द करते हैं। इस सर्वेक्षण में राज्य के लाखों लोगों से बातचीत करने का दावा किया गया है, परन्तु इसमें दर्ज गलत तथ्य यह संकेत करते हैं कि इस रपट को कमरे में बैठ कर तैयार किया गया है। सर्वेक्षण करने वाली एजेंसी को यह भी नहीं जानकारी है कि कपूरथला, गढ़शंकर तथा अजनाला विधानसभा क्षेत्रों से कौन विधायक हैं। एजेंसी ने कपूरथला से राणा गुरजीत सिंह (कांग्रेस), गढ़शंकर से अविनाश राय खन्ना (भाजपा) तथा अजनाला से डा. कर्ण सिंह अजनाला को विधायक बताया है जबकि यह तीनों विधायक सन् 2004 में लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बन चुके हैं। अकाली दल (बादल) के सचिव दलजीत सिंह चीमा का कहना है कि उक्त सर्वेक्षण एजेंसी के गलत तथ्यों ने ही रपट की पोल खोल दी है। पार्टी ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से कर एजेंसी को काली सूची में डालने की मांग की है। इस रपट के आंकड़ों पर फूल कर कुप्पा होनेवाले व इसे अपनी उपलब्धि बताने वाले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी अब इससे पल्ला झाड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं।

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