पाञ्चजन्य से बातचीत में अशोक कैंथ ने कहा-
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

पाञ्चजन्य से बातचीत में अशोक कैंथ ने कहा-

by
Jun 8, 2006, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 08 Jun 2006 00:00:00

मंदिर निर्माण का पहले विरोध हुआ,पर अब कोई बाधा नहींमैंएक धार्मिक परिवार से हूं इसलिए धर्म-संस्कृति के मूल्य बचपन से ही मेरे भीतर गहरे समाए हैं। यही कारण था कि जब मैं श्रीलंका गया तो मन में विचार आया कि क्यों न उस स्थान का दर्शन किया जाए जहां रावण ने सीता माता को बंधक बनाकर रखा था। मैंने उस स्थान की जानकारी ली और देखा कि एक जीर्ण-शीर्ण मंदिर भी वहां मौजूद है।श्रीलंका के सेंट्रल प्रोविंस में एक जगह है, जिसे अशोक वाटिका के नाम से जाना जाता है। यही वह पौराणिक स्थान था जिसे मैं खोज रहा था। यहां पर जर्जर मंदिर में माता सीता, भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, हनुमान और जटायु की प्रतिमाएं तो हैं पर रख-रखाव का अभाव दिखा। समिति के प्रमुख श्री राधाकृष्ण, जो सेंट्रल प्रोविंस के मुख्यमंत्री भी हैं, बड़े सज्जन पुरुष हैं। उनके सहयोग से हमने मंदिर का जीर्णोद्धार कर नई देव मूर्तियां स्थापित करने का कार्य शुरु किया है। इस कार्य में मुझे सुधांशु जी महाराज, संत मुरारी बापू जैसी विभूतियों का संबल मिला। मंदिर जीर्णोद्धार का कार्य इस वर्ष दीपावली के आस-पास पूरा होने की उम्मीद है।फिलहाल मंदिर के आसपास के क्षेत्र में अधिकांश आबादी हिन्दुओं की है, हालांकि 30 प्रतिशत के करीब ईसाई, मुस्लिम व अन्य समुदाय के लोग भी बसे हैं। इसे एक विडंबना ही कहा जाएगा कि 1998 तक सीता माता मंदिर का क्षेत्र एक मुस्लिम के नियंत्रण में था। फिर श्री मुत्थु शिवलिंगम, जो वहां सरकार में मंत्री हैं, एवं श्री राधा कृष्ण ने बड़े प्रयत्नों के बाद मंदिर को उसके नियंत्रण से मुक्त कराया। मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य बिना इनके सहयोग के नहीं हो पाता। हालांकि इस कार्य का वहां विरोध भी कम नहीं हुआ। श्रीलंका के कुछ संगठनों ने मंदिर के जीर्णोद्धार का विरोध किया था। उनका मानना था कि इससे यहां हिन्दुओं का प्रभाव बढ़ेगा और पहले से ही समस्याग्रस्त देश में एक और समस्या खड़ी हो जाएगी।हम लोगों ने श्रीलंका के पर्यटन मंत्री अरुणा भंडारनायके और वहां के सबसे बड़े बौद्ध भिक्षु श्री करुण जी से भेंट की। बातचीत के बाद तय हुआ कि 38 मरला, जो मंदिर की भूमि थी, पर निर्माण कार्य किया जा सकता है और तब से कोई विरोध नहीं हुआ। श्रीलंका में बौद्धों का काफी प्रभाव है। उन्हें सरकार का समर्थन भी हासिल है। इसका एक उदाहरण देता हूं। श्रीलंका में विश्व हिन्दू परिषद् के सहयोग से भगवान श्रीगणेश और श्री कार्तिकेय का मंदिर संचालित हो रहा है। स्वामी पूर्णानंद और स्वामी विजयानंद जी ने भी वहां सर्वधर्म सद्भाव मंदिर बनाए हैं। वर्ष 2004 में जब सुनामी आई तो वहां के कुछ लोगों ने भगवान श्री गणेश का मंदिर बलपूर्वक छीन लिया। अब भी वह मंदिर उन्हीं के कब्जे में है और श्रीलंका का हिन्दू समुदाय कुछ नहीं कर सका है।41

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

राजस्थान में भारतीय वायुसेना का Jaguar फाइटर प्लेन क्रैश

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

किशनगंज में घुसपैठियों की बड़ी संख्या- डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

गंभीरा पुल बीच में से टूटा

45 साल पुराना गंभीरा ब्रिज टूटने पर 9 की मौत, 6 को बचाया गया

पुलवामा हमले के लिए Amazon से खरीदे गए थे विस्फोटक

गोरखनाथ मंदिर और पुलवामा हमले में Amazon से ऑनलाइन मंगाया गया विस्फोटक, आतंकियों ने यूज किया VPN और विदेशी भुगतान

25 साल पहले किया था सरकार के साथ फ्रॉड , अमेरिका में हुई अरेस्ट; अब CBI लायेगी भारत

Representational Image

महिलाओं पर Taliban के अत्याचार अब बर्दाश्त से बाहर, ICC ने जारी किए वारंट, शीर्ष कमांडर अखुंदजदा पर भी शिकंजा

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

राजस्थान में भारतीय वायुसेना का Jaguar फाइटर प्लेन क्रैश

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

किशनगंज में घुसपैठियों की बड़ी संख्या- डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

गंभीरा पुल बीच में से टूटा

45 साल पुराना गंभीरा ब्रिज टूटने पर 9 की मौत, 6 को बचाया गया

पुलवामा हमले के लिए Amazon से खरीदे गए थे विस्फोटक

गोरखनाथ मंदिर और पुलवामा हमले में Amazon से ऑनलाइन मंगाया गया विस्फोटक, आतंकियों ने यूज किया VPN और विदेशी भुगतान

25 साल पहले किया था सरकार के साथ फ्रॉड , अमेरिका में हुई अरेस्ट; अब CBI लायेगी भारत

Representational Image

महिलाओं पर Taliban के अत्याचार अब बर्दाश्त से बाहर, ICC ने जारी किए वारंट, शीर्ष कमांडर अखुंदजदा पर भी शिकंजा

एबीवीपी का 77वां स्थापना दिवस: पूर्वोत्तर भारत में ABVP

प्रतीकात्मक तस्वीर

रामनगर में दोबारा सर्वे में 17 अवैध मदरसे मिले, धामी सरकार के आदेश पर सभी सील

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुस्लिम युवक ने हनुमान चालीसा पढ़कर हिंदू लड़की को फंसाया, फिर बनाने लगा इस्लाम कबूलने का दबाव

प्रतीकात्मक तस्वीर

उत्तराखंड में भारी बारिश का आसार, 124 सड़कें बंद, येलो अलर्ट जारी

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies