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-उमा भारती, पूर्व मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश
भारतीय जनता पार्टी छोड़कर भारतीय जनशक्ति पार्टी का गठन करने वालीं सुश्री उमा भारती मदुरै में मंदिरों व देव प्रतिमाओं को ध्वस्त किए जाने से अत्यंत आक्रोशित हैं। उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री श्री एम.करुणानिधि को पत्र लिखकर अपनी भावनाओं से अवगत कराया। यहां प्रस्तुत हैं सुश्री भारती द्वारा गत 20 मई को लिखे गए उस पत्र के संपादित अंश-:
गत 16 मई 2006 को मैंने रामेश्वरम से केदारनाथ तक भारत काप्पोम यात्रा की शुरूआत की थी। जब 17 मई को मैं मदुरै पहुंची तो यहां विश्व हिंदू परिषद की स्थानीय इकाई ने मुझे एक ज्ञापन सौंपा जिसमें अत्यंत दुखद स्थिति का वर्णन किया गया था। मुझे अखबारों में छपे चित्र दिखाए गए जिनमें कुछ असामाजिक तत्व ग्राम देवताओं और शिवलिंगों को ध्वस्त करते दिखाई दे रहे थे। परपथी गांव में 18 देव प्रतिमाएं तोड़ी गईं और 4 प्रतिमाएं गांव में तीन स्थानों से गायब कर दी गईं। ये दुष्कृत्य बड़े सुनियोजित षडंत्र के अन्तर्गत 10 मई की रात को किए गए।
यात्रा के दौरान तमिलनाडु के कई ऐतिहासिक मंदिरों में दर्शन का मुझे सौभाग्य मिला। ये मंदिर हजारों वर्ष पुराने हैं, अब भी यहां उचित रखरखाव होता है और प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। तमिलनाडु का एक गरिमामय इतिहास रहा है, यह वैभवपूर्ण संस्कृति की धरती है। हिन्दू धर्म और संस्कृति के प्रसार और संरक्षण में इसके जितना योगदान किसी और राज्य का नहीं है। ऐसी स्थिति में तमिलनाडु में मंदिरों और देव प्रतिमाओं को ध्वस्त किया जाना कल्पना से परे है। इससे न केवल श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है बल्कि पूरे देश के हिन्दू आहत हुए हैं। लेकिन दुर्भाग्य से इस गंभीर अपराध के दोषियों को अभी तक पकड़ा नहीं गया है। कृपया जिला प्रशासन व पुलिस को इस गंभीर अपराध के दोषियों को शीघ्र पकड़ने का आदेश दें तथा सुनिश्चित करें कि भविष्य में तमिलनाडु में ऐसी घटना न घटे। तमिलनाडु के लोगों को यह भरोसा हो कि आपके नेतृत्व में यह सरकार हिन्दुओं की भावनाओं का सम्मान करेगी और ऐसा कोई भी कृत्य नहीं होने देगी जो हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करे। हिन्दुत्व की महान परम्पराओं के अंतर्गत तमिलनाडु की समृद्ध संस्कृति और विरासत की रक्षा एवं संरक्षण करें।
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