भाजपा का संकल्प
July 19, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

भाजपा का संकल्प

by
Mar 12, 2006, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 12 Mar 2006 00:00:00

आतंकवाद मिटाकर रहेंगे-जितेन्द्र तिवारीरैली में आए लोगों का अभिनंदन करते हुए (बाएं से) श्री वेंकैया नायडू, श्री जसवंत सिंह, श्री राजनाथ सिंह,श्री अटल बिहारी वाजपेयी, श्री लालकृष्ण आडवाणी, डा. मुरली मनोहर जोशी एवं श्रीमतीसेकुलर तालिबानी मीडिया ने की उपेक्षाभारतीय जनता पार्टी की बहुत समय बाद यह एक जबरदस्त रैली थी। इसमें आसपास के राज्यों से दस हजार से अधिक बसें आईं। पिछले कुछ वर्षों में संसद मार्ग पर आए दिन होने वाली रैलियों में यह अब तक की सबसे विशाल रैली कही जा सकती थी। रैली के बाद संसद मार्ग थाने के प्रभारी ने स्वयं मंच पर आकर घोषणा की कि वे भाजपा के 166 सांसदों सहित एक लाख से अधिक संख्या में आए लोगों की गिरफ्तारी नहीं कर सकते क्योंकि जेलों में इतनी जगह नहीं है। रैली में भाजपा के शीर्षस्थ नेता मौजूद थे और विषय भी देश की सुरक्षा से जुड़ा था। पर आश्चर्य है अधिकांश समाचार चैनलों ने इस रैली को अपनी खबरों में शामिल तक नहीं किया। कुछ लोग इसे समाचार चैनलों का “सेकुलरवाद” कह रहे हैं तो कुछ का कहना है कि मीडिया पर मैडम सोनिया का भारी दबाव है। अगले दिन, समाचार पत्रों ने भी आतंकवाद को प्रमुख मुद्दा बनाने की बजाय रैली के कारण से हुए जाम और लोगों की परेशानियों तथा रैली के एक मंच टूट जाने की खबर को प्रमुखता दी और श्री अटल बिहारी वाजपेयी एवं श्री आडवाणी के वक्तव्यों को आठवें, नवें पृष्ठ पर स्थान दिया।आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए मानो लोग उमड़ ही पड़े थे उस दिन। न आतंकवाद से कोई भय, न खुद की कोई चिंता। बस राष्ट्र की सुरक्षा के लिए पैदल-पैदल संसद भवन तक का मार्च और केन्द्र में शासन कर रहे लोगों को चेतावनी “गद्दारों पर मत रहम दिखाओ, अफजल को फांसी लगाओ”, “वंदेमातरम् से शर्माते-आतंकी को गले लगाते”, “नो माफी दो फांसी” और “राष्ट्रवादियों में खोट दीखते आतंकवादियों में वोट दीखते।” जितना लोगों में आतंकवादियों के विरुद्ध गुस्सा था उससे कहीं अधिक उनसे निपटने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा अपनाई जा रही ढुलमुल नीति को लेकर आक्रोश। देशवासियों के इस दु:ख और आक्रोश को प्रकट करने के लिए ही भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय सुरक्षा संकल्प मार्च का आयोजन किया था। जिन स्थानों पर आतंकवादियों ने हमले किए, विशेषकर अयोध्या, वाराणसी, बंगलौर, मुम्बई, अमदाबाद और जम्मू आदि, वहां हुई संकल्प रैलियों के बाद 22 नवम्बर को नई दिल्ली में इस अभियान की पूर्णाहुति हुई। विभिन्न राज्यों के एक लाख से अधिक लोग इस रैली में सम्मिलित हुए। दिल्ली में दो स्थानों से प्रारंभ हुई इस रैली का समापन संसद मार्ग पर हुआ जहां एक जनसभा आयोजित की गई थी। जनसभा को पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी, लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता श्री लालकृष्ण आडवाणी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह, वरिष्ठ नेता डा. मुरली मनोहर जोशी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता श्री जसवंत सिंह, पूर्व अध्यक्ष श्री वेंकैया नायडू एवं लोकसभा में भाजपा के उपनेता श्री विजय कुमार मल्होत्रा सहित अनेक वरिष्ठ नेताओं ने सम्बोधित किया। रैली में आंतरिक सुरक्षा पर एक प्रस्ताव भी लाया गया जिसे श्रीमती सुषमा स्वराज ने प्रस्तुत किया और लोगों ने ध्वनि मत से इस प्रस्ताव को पारित किया।इससे पूर्व बिड़ला मंदिर से प्रारंभ हुई रैली का नेतृत्व श्री राजनाथ सिंह ने किया जबकि राजघाट से प्रारंभ हुई रैली का नेतृत्व श्री लालकृष्ण आडवाणी कर रहे थे। रैली में भाग लेने के लिए उत्तर प्रदेश, उत्तराञ्चल, राजस्थान, बिहार, हरियाणा तथा पंजाब के भाजपा कार्यकत्र्ता बसों तथा रेलगाड़ियों से यहां पहुंचे थे। संसद मार्ग से लेकर कनाट प्लेस तक का चौड़ा मार्ग भाजपा के झंडों और पोस्टरों से पटा पड़ा था। इस विराट जनसागर को देखकर पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा कि यह केन्द्र सरकार के लिए चेतावनी है कि वह आतंकवाद से लड़ने की अपनी वर्तमान नीति बदले अन्यथा जनता उनकी सरकार ही बदल देगी। श्री वाजपेयी ने केन्द्र में सत्तारूढ़ संप्रग सरकार को कमजोर और दिग्भ्रमित बताते हुए कहा कि देश इनके हाथों में सुरक्षित नहीं है। कुछ दिनों बाद ही संसद भवन पर हमले की पांचवीं वर्षगांठ मनाई जाएगी तब इस सरकार में शामिल लोग अपने दिल पर हाथ रखकर सोचें कि वे उस हमले के प्रमुख आरोपी को माफी दिलाने की बात कहकर क्या देश की सुरक्षा के प्रति अपने दायित्व को पूर्ण कर रहे हैं? उन्होंने सरकार से पूछा कि वह बताए कि आतंकवाद के विरुद्ध उनकी नीति क्या है?इससे पूर्व जनसभा को सम्बोधित करते हुए श्री लालकृष्ण आडवाणी ने इस विराट रैली की तुलना कच्छ एवं गोवध आंदोलन के समय हुई रैलियों से की। उन्होंने कहा कि इस रैली में लोगों ने जो अभूतपूर्व उत्साह प्रकट किया है वह इस बात का संकेत देता है कि देश की सुरक्षा को लेकर जनमानस कितना आंदोलित है। उन्होंने कहा कि संसद भवन पर जो हमला हुआ यदि वह सफल हो जाता तो वह विश्व के आतंकवादी इतिहास की सबसे बड़ी घटना होती। श्री आडवाणी ने सुरक्षाकर्मियों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए कहा कि उनके कारण ही हम सब सुरक्षित हैं। वे इतना कम वेतन लेकर भी देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की बाजी लगा देते हैं। उन्होंने कहा कि अफजल को फांसी दिए जाने के निर्णय को लटकाए रखना सुरक्षाकर्मियों के मनोबल पर विपरीत प्रभाव डालेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह और संप्रग की अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी से मांग की कि वे रैली समाप्त होने के बाद स्पष्ट करें कि वे अफजल को फांसी देने का समर्थन करते हैं अथवा माफी देने के पक्ष में हैं।भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह ने इस रैली को देशभक्तों का मेला बताते हुए कहा कि अभी हम चेतावनी देने आए हैं और यदि सरकार ने आतंकवाद से निपटने की इस लचर नीति का त्याग नहीं किया तो अगली बार दस लाख से अधिक लोगों के साथ भाजपा संसद का घेराव करेगी और इस कमजोर सरकार को उखाड़ फेंकेगी। उन्होंने कहा कि यह सरकार मजहबी आधार पर आरक्षण, सच्चर कमेटी के गठन, नौकरियों, विशेषकर सेना में हिन्दू-मुस्लिम के आधार पर गणना करके इस देश को फिर से मजहबी जुनून की आग में झोंक देना चाहती है।23 नवम्बर को संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होते ही भाजपा ने अफजल मुद्दे पर सरकार को घेरा। भाजपा के सांसद पूछ रहे थे कि सरकार बताए कि वह अफजल को फांसी दिए जाने का मामला क्यों लटकाए हुए है? उल्लेखनीय है कि अफजल के परिजनों द्वारा राष्ट्रपति से की गयी दया की याचिका को उन्होंने गृह मंत्रालय भेज दिया है, जिस पर केन्द्रीय मंत्रिमण्डल को ही अंतिम निर्णय लेना है।41

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

जमानत मिलते ही करने लगा तस्करी : अमृतसर में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

जमानत मिलते ही करने लगा तस्करी : अमृतसर में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश

Pahalgam terror attack

घुसपैठियों पर जारी रहेगी कार्रवाई, बंगाल में गरजे PM मोदी, बोले- TMC सरकार में अस्पताल तक महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं

अमृतसर में BSF ने पकड़े 6 पाकिस्तानी ड्रोन, 2.34 किलो हेरोइन बरामद

भारतीय वैज्ञानिकों की सफलता : पश्चिमी घाट में लाइकेन की नई प्रजाति ‘Allographa effusosoredica’ की खोज

डोनाल्ड ट्रंप, राष्ट्रपति, अमेरिका

डोनाल्ड ट्रंप को नसों की बीमारी, अमेरिकी राष्ट्रपति के पैरों में आने लगी सूजन

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies