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गाओ वन्दे मातरम्प्रधानमंत्री हिन्दू सन्तों की अवहेलना न करेंमुस्लिम समाज वन्दे मातरम् के अपमान का जवाब देदेश के अनेक प्रमुख सन्तों ने राष्ट्रगीत वन्दे मातरम् को न गाने के कुछ मुस्लिम नेताओं के फैसले पर दु:ख प्रकट किया है। इन सन्तों में मुख्य रूप से स्वामी दयानन्द सरस्वती, स्वामी चिदानन्द सरस्वती एवं श्री श्री रविशंकर शामिल हैं। इन्होंने सभी हिन्दुत्वनिष्ठ धार्मिक संस्थाओं और संगठनों से अपील की है कि उन्हें वन्दे मातरम् अवश्य गाना चाहिए। एक संयुक्त वक्तव्य में इन पूज्य सन्तों ने कहा कि पांथिक असहिष्णुता की एक सीमा है। आज यह वन्दे मातरम् पर केन्द्रित है तो कल “नमस्ते” का विरोध और तिरंगे झण्डे से भगवा रंग निकालने की कोशिश भी प्रारम्भ हो सकती है। यह प्रवृत्ति भारत की वैविध्यपूर्ण संस्कृति और सामाजिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाएगी। सन्तों ने प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह से भी आग्रह किया है कि वे हिन्दू सन्तों की अवहेलना न करें और जैसे वे अक्सर उलेमाओं के साथ संवाद में रुचि दिखाते हैं, वैसी ही रुचि हिन्दू सन्तों के साथ भी दिखाएं। इन सन्तों ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों का भी आह्वान किया है कि वे मजहब की आड़ लेकर राष्ट्र गीत का अपमान करने वालों के विरुद्ध खुलकर खड़े हों।16
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