|
सबकी प्यास बुझेगी अबराजस्थान में 304 रथों के जरिए 17500 गांवों तक पहुंच कर 50 लाख लोगों के सक्रिय सहयोग से चली जल चेतना एवं किसान महोत्सव यात्रा का अजमेर जिले के बूढ़ा पुष्कर में समापन हुआ। राज्य की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने 16 मई को सीकर से 11 रथों को रवाना कर इस यात्रा का शुभारम्भ किया था और उन्होंने ही गत 16 जून को बूढ़ा पुष्कर में जीर्णोद्धार कार्य की शुरुआत कर यात्रा का समापन किया। यह यात्रा जल संरक्षण और जल स्रोतों के जीर्णोद्धार हेतु जनजागरण के लिए पिछले एक माह के दौरान पूरे प्रदेश से गुजरी। मुख्यमंत्री ने जलाभिषेक एवं दुग्धाभिषेक कर सरोवर भूमि का पूजन किया और गेंती और फावड़ा चलाकर श्रमदान की औपचारिक शुरुआत की। उन्होंने बूढ़ा पुष्कर के जीर्णोद्धार के कार्य में सक्रिय भागीदारी के लिए सभी वर्गों से श्रमदान का आह्वान किया। इस अवसर पर श्रीमती राजे ने बूड़ा पुष्कर के इतिहास के संदर्भ में कहा कि जल चेतना की शुरुआत ब्राह्माजी ने पुष्कर सरोवर के निर्माण से की। उन्होंने कहा कि जल चेतना यात्रा ऐसी जनसमस्या के निकारण की यात्रा है जिसमें सभी का योगदान जरूरी है। इस अवसर पर अजमेर के सांसद श्री रासा सिंह रावत, जिला प्रमुख श्रीमती सरिता गेना, विधायक श्रीमती अनिता, भदेल और पूर्व मंत्री श्री श्रीकिशन सोनगरा, जन अभाव अभियोग निकारण समिति के अध्यक्ष श्री ए.एन. गुप्ता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पूर्व सांसद श्री ओंकार सिंह लखावत ने किया। – प्रतिनिधि44
टिप्पणियाँ