|
67 मतान्तरित सिखों की घर वापसी
ईसाई मिशनरियों ने दी धमकी-नहीं मिलेगी मुक्ति
-राजीव कुमार
पंजाब के फिरोजपुर जिले के फाजिल्का क्षेत्र में धर्म जागरण मंच के प्रयासों से गत 11 जून को 14 वंचित सिख परिवारों के 67 लोगों ने ईसायत त्यागकर स्वधर्म स्वीकारा।
धर्म जागरण विभाग, पंजाब के अध्यक्ष श्री रामगोपाल के नेतृत्व में स्थानीय गुरुद्वारा सिंह सभा में एक समारोह का आयोजन हुआ जिसमें 67 मतांतरित सिखों ने पुन: हिन्दू धर्म को अंगीकार किया। पंजाब में धर्म जागरण मंच द्वारा किसी गुरुद्वारे में यह पहला समारोह था, जिसमें लोगों ने घरवापसी की। समारोह को विभिन्न सिख संगठनों ने अपना सहयोग भी दिया था। श्री रामगोपाल, रा.स्व.संघ के श्री इन्द्रचंद्र विद्दाणी एवं आल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के जसविन्दर सिंह ने घर वापसी करने वाले लोगों का अभिनंदन किया व उन्हें सिख गुरुओं के चित्र भेंट किए। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि ईसाई मिशनरी पंजाब की सभ्यता एवं संस्कृति को नष्ट कर रही हैं। इसका सभी को एकजुट होकर मुकाबला करना होगा। पंजाब के इस सीमावर्ती क्षेत्र फाजिल्का में हिन्दू जागरण मंच के इस कार्य से ईसाई मिशनरियों में खलबली मच गई है। उन्होंने स्वधर्म में लौटे सिखों को धमकाना एवं डराना शुरु कर दिया है। मिशनरियों ने इन लोगों से कहा कि यदि तुम हिन्दू धर्म को स्वीकार करोगे तो मरने के बाद भी मुक्ति नहीं मिलेगी। तीन दिन बाद यानी 14 जून को मिशनरियों ने एक सम्मेलन आयोजित कर हिन्दू धर्म को स्वीकार कर चुके कुछ सिखों को पुन: झांसे में फंसाकर बयान दिलवाया कि “उनकी घर वापसी जबरन की गई है।” इस सम्बंध में उन्होंने लिखित दस्तावेज भी प्रस्तुत किए। मिशनरियों के इस कारनामे को कांग्रेस के स्थानीय विधायक महेन्द्र रिणवा की कथित शह प्राप्त थी।
सम्मेलन में जबरन घर वापसी का आरोप लगाने के बाद धर्म जागरण विभाग, फिरोजपुर के प्रभारी श्री महेन्द्र सदस्वा ने कहा कि उनके पास घर वापस लौटे लोगों के स्वीकारोक्ति बयानों के साथ-साथ वीडियो रिकार्डिंग भी है। उन्होंने इन लोगों की मीडिया से भी बात कराई। लेकिन उन्मादी ईसाई तत्वों ने उनकी बातों पर विश्वास नहीं किया। मिशनरियों द्वारा वंचित वर्ग में झांसे का जाल पुन: फैलाने पर हिन्दू सिख संगठनों में रोष है और उन्होंने इस चुनौती का सामना करने का संकल्प लिया है। एक वंचित सिख टहल सिंह ने स्थानीय पुलिस थाने में ईसाई संगठनों के खिलाफ डराने-धमकाने की रपट दर्ज करा दी है। लेकिन पुलिस ने इस सम्बंध में कोई कार्रवाई प्रारंभ नहीं की है। धर्म जागरण विभाग के इंकलाब नागपाल ने चेतावनी दी है कि यदि पुलिस ने ईसाई मिशनरियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की तो सभी संगठन एकजुट होकर थाने का घेराव करेंगे। पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने के पीछे कांग्रेस सरकार का दबाव प्रमुख कारण माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि पंजाब में सिखों को विशेष रूप से निशाना बनाकर मिशनरियां मतांतरण के षड्यंत्र में लंबे समय से लिप्त हैं। लेकिन हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों द्वारा जागरुकता अभियान चलाने के बाद ये बौखला गए हैं और मतांतरित लोगों को धमकियां देकर उन पर दबाव बना रहे हैं।
43
टिप्पणियाँ