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– कुप्.सी. सुदर्शन, सरसंघचालक, रा.स्व.संघ
प्रतिनिधि
“भारत में प्रत्येक मंडल (न्याय पंचायत) तक संघ कार्य ले जाना ही पूज्य श्रीगुरुजी के प्रति वास्तविक श्रद्धांजलि हो सकती है।” पूज्य श्रीगुरूजी के जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर मुंबई महानगर द्वारा आयोजित बौद्धिक वर्ग में रा.स्व.संघ के सरसंघचालक श्री कुप्.सी. सुदर्शन ने उक्त विचार व्यक्त किया। मुम्बई के शिवाजी पार्क में गत 11 दिसम्बर की शाम यह भव्य कार्यक्रम संपन्न हुआ। इसमें 16 हजार से अधिक स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में उपस्थित थे। मुंबई महानगर के घोष दल द्वारा इस अवसर पर शानदार घोष वादन भी किया गया। अपने सम्बोधन में श्री कुप्.सी. सुदर्शन ने संघ की 80 वर्षीय विचार यात्रा का सिंहावलोकन करते हुए कहा कि श्री गुरुजी जन्मशताब्दी वर्ष में मनाए जाने वाले कार्यक्रम सामाजिक समरसता को ध्यान में रखकर आयोजित किए जाएं। आपसी मतभेदों के कारण ही हिन्दू समाज की अवनति हुई है। भेदभाव, ऊंच-नीच, अगड़े-पिछड़े की भावना को मिटाकर सामाजिक समरसता स्थापित करना ही इस जन्म शताब्दी वर्ष में हमारा प्रमुख लक्ष्य होना चाहिए।
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