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वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष जगदेव राम उरांव, उपाध्यक्ष रूप सिंह भील, संगठन मंत्री गुणवंत सिंह कोठारी और सह-संगठन मंत्री कृपा प्रसाद सिंह की संयुक्त श्रद्धाञ्जलिश्रीएन.सी. जेलियांग पूर्वांचल में जनजातीय संस्कृति, धर्म और स्वाभिमान के प्रतीक थे। वे नागालैण्ड की महान स्वतंत्रता सेनानी रानी गाइदिन्ल्यू के न केवल निकट संबंधी थे, बल्कि वैचारिक उत्तराधिकारी भी थे। उन्होंने रानी मां द्वारा स्थापित, स्वधर्म प्रेरित एवं संस्कृतिनिष्ठ युवाओं के जुझारू संगठन हेराका आंदोलन का कठिन समय में नेतृत्व संभालकर उसे नई दिशा और गति प्रदान की थी। जेलियांगरांग हेराका एसोसिएशन के कार्यक्रम में दिया गया उनका अंतिम भाषण ऐतिहासिक था और उसमें उनके द्वारा उठाए गए बिन्दुओं की सर्वत्र चर्चा हुई।वनवासी कल्याण आश्रम के साथ पिछले 25 वर्ष से उनके मधुर संबंध थे। वे राष्ट्रीय एकजुटता की दिशा में नागालैण्ड में सामाजिक परिवर्तन के सूत्रधार थे।कल्याण आश्रम दिवंगत आत्मा के प्रति अपनी श्रद्धाञ्जलि व्यक्त करते हुए शोक-संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता है।NEWS
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