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वर्ष 9, अंक 50 सं. 2013 वि., 9 जुलाई, 1956 मूल्य 3आनेसम्पादक : गिरीश चन्द्र मिश्रप्रकाशक – श्री राधेलाल कपूर, राष्ट्रधर्म कार्यालय, गौतमबुद्ध मार्ग, लखनऊभूखहड़ताली श्री यज्ञदत्त की हालत चिंताजनक”जांच कराओ वरना गद्दी छोड़ दो”होश्यारपुर में 1 लाख लोगों की एक स्वर से मांगकांग्रेसी विधानसभाइयों द्वारा कैरोंशाही के विरुद्ध विद्रोह (निज प्रतिनिधि द्वारा)होश्यारपुर : पंजाब सरकार जैसे-जैसे 17 जून को यहां पुलिस द्वारा महापंजाब समर्थकों पर किए गए पाशविक लाठी-चार्ज की निष्पक्ष न्यायालयी जांच की मांग को पूर्ण करने में विलम्ब कर रही है, वैसे-वैसे नगर की स्थिति गंभीर रूप धारण करती जा रही है। जनसंघ के कार्यकर्ता श्री यज्ञदत्त शर्मा ने जनता की मांग को “होश्यारपुर काण्ड की निष्पक्ष न्यायालयी जांच हो”-पूर्ण कराने के उद्देश्य से 27 जून से आमरण भूख हड़ताल कर रखी है। अब तक उनका लगभग 20 पौंड वजन घट गया है। आपकी हालत इतनी खराब हो गई है कि सांस लेने में भी पीड़ा होती है। नगर में पूर्ण हड़ताल चलते हुए 22 दिन हो चुके हैं। इतना ही नहीं, न्यायालयी जांच की मांग करते हुए यहां प्रतिदिन विशाल जुलूस निकाले जाते हैं जिनमें हजारों की संख्या में जनता भाग लेती है। दिनांक 1 जुलाई का एक लाख जनता का विशाल जुलूस निकाला गया। इस जुलूस में 25 हजार लोग ऐसे थे जो पंजाब के भिन्न-भिन्न स्थानों से कैरोंशाही की तानाशाही को चुनौती देने के लिए यहां आए हुए हैं। इतना बड़ा जुलूस होश्यारपुर के इतिहास में आज तक कभी नहीं निकला।इसी प्रकार 3 जुलाई को भी एक विशाल जुलूस निकाला गया। जो अन्त में एक विशाल सभा के रूप में परिणत हो गया। सभा में भाषण देते हुए भारतीय जनसंघ के मंत्री श्री अटल बिहारी ने आश्चर्य और खेद प्रकट किया “कांग्रेस हाई कमान ने होश्यारपुर काण्ड की जांच को इस आधार पर स्थगित कर दिया है कि महापंजाब समिति ने आन्दोलन को उग्र रूप प्रदान कर दिया है।”। । ।भारतीय सीमा-क्षेत्र में पाकिस्तानियों की सरगर्मियांराष्ट्रद्रोही तत्वों को कांग्रेसियों और पुलिस अधिकारियों का सहयोग?90 पाकिस्तानी मुसलमान गिरफ्तार(विशेष प्रतिनिधि)जयपुर: बीकानेर स्थित पाकिस्तान से सटी हुई भारतीय सीमा पर पाकिस्तानी एजेण्टों की भारत विरोधी कार्यवाहियां जोरशोर से चल रही हैं। अभी हाल में बीकानेर पुलिस ने 22 मुस्लिम परिवारों के 90 व्यक्तियों को इसी अपराध में गिरफ्तार किया है। ये सब लोग पाकिस्तानी हैं और किसी प्रकार चोरी छिपे भारतीय सीमा में घुस आए हैं। राजस्थान के समाचार-पत्र इस ओर काफी समय से सरकार का ध्यान आकर्षित कर रहे थे, किन्तु उसने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। किन्तु जब पत्रों ने खुलेरूप में जिला कांग्रेस कमेटी के अनेक उत्तरदायी सदस्यों पर तथा पुलिस के अधिकारियों पर आरोप लगाया कि निजी स्वार्थों की पूर्ति की दृष्टि से वे लोग उक्त पाकिस्तानियों की सहायता कर रहे हैं, सर्वत्र सनसनी फैल गयी। परिणामत: केन्द्रीय खुफिया विभाग ने इस ओर ध्यान दिया। उसी के परिणामस्वरूप ये गिरफ्तारियां हो सकीं।। । ।निष्कान्त सम्पत्तिकहा जाता है कि यदि कश्मीर की समस्या सुलझ जाती तो भारत और पाकिस्तान के सम्बंध मैत्रीपूर्ण हो जाते। किन्तु कश्मीर के अतिरिक्त भी एक समस्या है जिसे कश्मीर समस्या से अधिक नहीं तो कम से कम महत्वपूर्ण नहीं समझा जा सकता, वह है निष्कांत सम्पत्ति की समस्या। अभी हाल में पाकिस्तान सरकार ने पूर्वी बंगाल के हिन्दुओं के हितों के संरक्षण का आश्वासन भारत सरकार को दिया था। यदि पश्चिमी पाकिस्तान में निष्कांत सम्पत्ति कानून की समस्या न होती तो वहां भी उक्त आश्वासन को वहां पर बचे-खुचे हिन्दुओं के बारे में मान लिया जाता। किन्तु पश्चिमी पाकिस्तान के हिन्दुओं के सिर पर उक्त कानून तलवार के समान लटक रहा है और उससे भयभीत होकर वे लोग भारत की ओर भाग रहे हैं। निष्कांत सम्पत्ति कानून विभाजन के पश्चात भारत तथा पाकिस्तान में एक साथ लागू किया गया था। इस कानून के अनुसार पाकिस्तान में वास करने वाले हिन्दुओं से तथा भारत में वास करने वाले मुसलमानों से, इस आधार पर कि वे निष्क्रमण कर गए हैं या करने का इरादा रखते हैं, पूछा जा सकता था कि उनकी सम्पत्ति को निष्कांत सम्पत्ति क्यों न घोषित कर दिया जाए। भारत सरकार ने पाकिस्तान के सुझाव पर मई, 1954 में इस कानून की समाप्ति कर दी। किन्तु पाकिस्तान सरकार अभी तक उसे ज्यों का त्यों बनाए हुए है। इसीलिए भारत सरकार को पश्चिमी पाकिस्तान से हिन्दुओं के निष्क्रमण का विचार कर-पाकिस्तान सरकार से अनुरोध करना पड़ा है कि वह उक्त कानून समाप्त करे।(सम्पादकीय)NEWS
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