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हर पखवाड़े स्त्रियों का अपना स्तम्भहर मोड़ पर थामा मुझेअपनी धर्मपत्नी सीमा आरस के साथ चंद्रशेखर आरसप्रिय सीमा,विवाह की 35 वीं वर्षगांठ पर बधाई। यह लिखते हुए आज स्वयं को अत्यधिक सुखी अनुभव कर रहा हूं। कारण, वैवाहिक जीवन के इतने वर्ष हमने परस्पर असीमित स्नेह और प्रगाढ़ विश्वास के साथ बिताए। विवाह एक अटूट बंधन है, शास्त्रों ने इसे एक पवित्र रिश्ता माना है; कुछ इसी तरह की बातें पढ़-सुनकर सहसा विश्वास नहीं होता था। परन्तु आज वाकई में ऐसा लगने लगा है कि भारतीय परम्परा की इस महत्वपूर्ण डोरी को तुमने पूरे सम्मान के साथ थामे रखा।मंगलम, शुभ मंगलमइस स्तम्भ में दम्पत्ति अपने विवाह की वर्षगांठ पर 50 शब्दों में परस्पर बधाई संदेश दे सकते हैं। इसके साथ 200 शब्दों में विवाह से सम्बंधित कोई गुदगुदाने वाला प्रसंग भी लिखकर भेज सकते हैं। प्रकाशनार्थ स्वीकृत प्रसंग पर 200 रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।एक आदर्श जीवनसंगिनी के प्रत्येक कर्तव्य, धर्म को निभाया है तुमने। पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए एक आदर्श घर के निर्माण में तुम्हारा महत्वपूर्ण योगदान रहा है। बच्चों को संस्कार की दृष्टि से सक्षम बनाने में और उन्हें अच्छी शिक्षा के लिए प्रेरित करने में तुमने जिस तरह से एक मां का कर्तव्य निभाया है, वह मुझे हमेशा तुम्हारे प्रति श्रद्धानत् कर देता है। विषम परिस्थितियों में तुमने हमेशा मुझे संभाला ताकि मैं अपना कार्य सतत करता रहूं।एक पत्नी के रूप में तुम्हें पाकर मेरा जीवन सार्थक हुआ है। स्वयं को सौभाग्यशाली मानते हुए मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि हमारे रिश्ते की यह मिठास सदैव बनी रहे।शुभकामनाओं के साथतुम्हाराचन्द्रशेखर आरससौम्या अपार्टमेंट, 179-2-बी, साकेत, भोपाल (म..प्र.)NEWS
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