|
सेवाव्रतियों का सम्मानसम्मान समारोह में हैं (बाएं से) डा. एस. सी.राय, श्री भैया जी जोशी, श्री नाना जी लाभे, श्रीएम. पियोंगतेमजन, श्री राजनाथ सिंह एवं श्री बाबूलाल गौरगत 26 मार्च को लखनऊ में भाऊराव देवरस सेवा न्यास ने दशम सेवा सम्मान समारोह आयोजित किया। इस अवसर पर नागालैण्ड में हिन्दी के प्रचार-प्रसार में जुटे श्री एम. पियोंगतेमजन जमीर तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता श्री गोविन्द वासुदेव उपाख्य नानाजी लाभे को देवनागरी लेखन सुधार प्रकल्प प्रणेता के रूप में सम्मानित किया गया। समारोह की अध्यक्षता उ.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने की तथा मुख्य अतिथि थे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह श्री सुरेश (भैया) जोशी मार्गदर्शन हेतु उपस्थित थे।नागालैण्ड की पारम्परिक वेशभूषा में सम्मान ग्रहण करने के बाद ईसाई मतावलम्बी श्री जमीर ने अपने अनुभव सुनाए कि नागालैण्ड जैसे राज्य में उन्हें हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए कैसे-कैसे व्यवधान झेलने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ हिन्दी के माध्यम से ही देश को अखण्डित रखा जा सकता है। श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जहां-जहां हिन्दी का विरोध होता है वहीं अलगाववादी प्रवृत्तियां बढ़ती हैं। श्री बाबूलाल गौर ने दोनों सम्मानित व्यक्तियों का अभिनन्दन करते हुए कहा कि हिन्दी के सम्मान से ही राष्ट्र का सम्मान बढ़ेगा।उन्होंने सम्मानित दोनों ही विभूतियों को मध्य प्रदेश सरकार की ओर से 51000/- रुपए देने की घोषणा भी की। श्री सुरेश (भैया) जोशी ने देशवासियों से आह्वान किया कि वे राष्ट्र निर्माण की गतिविधियों से जुड़कर राष्ट्र को समृद्ध बनाएं। इस अवसर पर लखनऊ के महापौर श्री एस.सी.राय भी उपस्थित थे। भाऊराव देवरस सेवा न्यास के उपाध्यक्ष श्री ए.पी.सिंह ने अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।प्रतिनिधिNEWS
टिप्पणियाँ