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पाथेय कण से सहायता प्राप्त करने वाली संस्थाएं1. भारतीय जनसेवा प्रतिष्ठान 1,33,000 रु.2. सेवा भारती 22,000 रु.3. विपन्न सहायता एवं पुनर्वास समिति 32,000 रु.4. रियांग शरणार्थियों की सहायतार्थ 10,000 रु.5. वनवासी कल्याण आश्रम 5,000 रु.6. जम्मू-कश्मीर सहायता समिति 15,000 रु.7. समर्पण चेरीटेबल ट्रस्ट, कटक 21,000 रु.8. केशव विद्यापीठ, जामडोली 12,000 रु.9. जेलियांग रांग हरक्का, सिल्चर 10,000 रु.कुल – 2,60,000 रु.गुलाबी नगर जयपुर से प्रकाशित “पाथेय कण” एक छोटी-सी पत्रिका है, पर इसके कार्य बड़े-बड़े हैं। अपने सीमित संसाधनों के बावजूद इस पत्रिका ने 1997 से लेकर 2003 तक 2 लाख 60 हजार की राशि सेवा कार्य करने वाली विभिन्न संस्थाओं को दी है। पाथेय कण ने वनवासी क्षेत्रों में विद्यालय चलाने के लिए भारतीय जनसेवा प्रतिष्ठान को समय-समय पर जहां 1,33,000 रुपए दिए, वहीं सेवा भारती को पिछड़ी बस्तियों में विद्यालयों के संचालन के लिए 22 हजार रुपए की राशि दी। इसी तरह गो वंश के संरक्षण और संवद्र्धन तथा गुजरात के भूकम्प पीड़ितों के लिए विपन्न सहायता एवं पुनर्वास समिति को 32 हजार रुपए, वनवासी कल्याण आश्रम को 5 हजार, रियांग शरणार्थियों की सहायतार्थ 10 हजार, जम्मू-कश्मीर के विस्थापितों की सहायता के लिए जम्मू-कमीर सहायता समिति को 15 हजार, तूफान पीड़ितों की मदद हेतु समर्पण चेरीटेबल ट्रस्ट, उड़ीसा को 21 हजार, जेलियांग रांग हरक्का, सिलचर को 10 हजार रुपए की राशि सौंपी।21
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