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-अटल बिहारी वाजपेयी, प्रधानमंत्री
भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री जगदीश प्रसाद माथुर ने अपने जीवनकाल में ही एक न्यास का गठन कर उसके माध्यम से शिक्षा क्षेत्र में प्रतिभाशाली छात्रों को प्रोत्साहन देने का कार्य प्रारंभ कर एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। वे 83 वर्ष के हो गए हैं लेकिन उनकी जीवंतता तथा संवेदनशीलता आज भी युवकोचित है।
गत 20 दिसम्बर को प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने आवास पर जगदीश प्रसाद माथुर न्यास द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में 50 छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्तियां प्रदान कीं। विभिन्न कक्षाओं के इन विद्यार्थियों को इस वर्ष वार्षिक परीक्षा में 75 प्रतिशत और इससे अधिक अंक प्राप्त करने पर यह छात्रवृत्ति दी गई। ये विद्यार्थी उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर नाइस सोसायटी द्वारा संचालित विद्यालयों में पढ़ते हैं। छात्रवृत्ति के रूप में कुल 10 लाख रुपए की राशि बांटी गई।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री वाजपेयी ने कहा, “जहां धन नहीं है पर प्रतिभा है, वहां शिक्षा देने के लिए गैर सरकारी संगठनों को आगे आना चाहिए। उन्होंने समाज के प्रबुद्ध लोगों का आह्वान किया किया शिक्षा का वातावरण बनाने में सहयोग दें और क्षमतानुसार कुछ गरीब बच्चों को पढ़ाने-लिखाने की जिम्मेदारी लें। समारोह में उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए श्री जगदीश प्रसाद माथुर ने कहा कि आम लोगों की सहभागिता से गांव-गांव तक शिक्षा पहुंचाई जा सकती है। इस अवसर पर अनेक गण्यमान्यजन उपस्थित थे। द प्रतिनिधि
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