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अर्जुन सिंह का फतवामकर संक्रांति से चिढ़कर छुट्टियां रद्दकेंद्रीय विद्यालय के छात्रों को अब मकर संक्रांति के अवसर पर मिलने वाले शीतकालीन अवकाश से वंचित होना पड़ेगा। यह अवकाश प्रतिवर्ष पहली जनवरी से 19 जनवरी तक दिया जाता था, लेकिन अब यह अवकाश 22 दिसम्बर से पहली जनवरी तक मिलेगा। सुनने में आ रहा है कि केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री अर्जुन सिंह ने शीतकालीन अवकाश में यह फेरबदल इसलिए किया है क्योंकि ये तिथियां पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री डा. मुरली मनोहर जोशी ने निर्धारित की थीं। डा. जोशी ने शैक्षिक अवकाश की यह घोषणा देश की परिस्थितियों, मौसम और त्योहारों को ध्यान में रखते हुए की थी। उल्लेखनीय है कि सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के अवसर पर पूरे देश में मकर संक्रांति का उत्सव मनाया जाता है। पंजाब में यह लोहड़ी और केरल में पोंगल के नाम से मनाया जाता है। पश्चिम बंगाल में इस अवसर पर विश्व प्रसिद्ध गंगासागर स्नान होता है। शायद यही कारण है कि मानव संसाधन विकास मंत्री अर्जुन सिंह को डा. जोशी के इस निर्णय में भी कथित रूप में भगवाकरण की गंध आ रही थी। इस कारण शीतकालीन अवकाश में की गई फेरबदल इससे कैसे मुक्त रह पाती। इसीलिए उनके मंत्रालय ने शीतकालीन अवकाश को 22 दिसम्बर से पहली जनवरी तक करने का निर्णय किया है। यह निर्णय इसी शैक्षिक सत्र से लागू होगा। डा. जोशी के निर्णय को बदलने के पीछे मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि शीतकालीन अवकाश में किए गए परिवर्तन के बारे में अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था, क्योंकि वे लोग 25 दिसम्बर को क्रिसमस मनाते हैं। इस संबंध में ईसाई संगठनों ने केन्द्रीय विद्यालय संगठन और मानव संसाधन विकास मंत्री को ज्ञापन दिया था। उनकी भावनाओं को देखते हुए ही यह निर्णय लिया गया है। – हि.स.32
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